अलविदा जुम्मे पर देश में अमन शांति के लिए मांगी दुआ
फुरकान अंसारी
डोईवाला - रमजानुल मुबारक के आखरी जुम्मे पर कई हजार लोगो ने नमाज पढ़ कर देश में अमन शांति के लिए दुआ मांगी है। रमजान के महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं। इस बार रमजान उल मुबारक के महीने में 4 जुम्मे आए। जिसमें कि आज आखिरी जुम्मे में कई हजार व्यक्तियों ने जुम्मे की नमाज अदा की और देश में अमन शांति की दुआ मांगी। आसिफ हसन ने बताया कि यह महीना समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों के साथ हमदर्दी का है। इस महीने में रोजादार को इफ्तार कराने वाले के गुनाह माफ हो जाते हैं। रमजान को नेकियों का मौसम भी कहा जाता है। इस महीने में मुस्लमान अल्लाह की इबादत ज्यादा करता है। अल्लाह को खुश करने के लिए रोजा रखने के साथ, कुरआन पढ़ते है, ओर गरीब लोगो को दान करते है।सूर्योदय से पहले कुछ खान पान कर लेते हैं जिसे सहरी कहा जाता है। वही सूर्य अस्त होने के बाद इफ्तार किया जाता है। खजूर या अन्य मनपसंद चीज खाई जाती है। रमजान का महीना 29 या 30 दिन का होता है। उसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोग ईद उल फितर का त्यौहार बड़े हर्षोल्लास से मनाते हैं, ईद उल फितर को मीठी ईद भी कहा जाता है । अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मिठाई व खीर का आदन प्रदान करते है। एक दूसरे के घर जाकर खीर खाते है और जितने गिले सिकवे है उन सबको ईद के दिन गले मिल कर खत्म करते है।
भानियावाला की मस्जिद मे इस बार ईद उल फितर की नमाज 8:30 बजे अदा की जाएगी।