धर्म नगरी हरिद्वार के गंगा घाटों व शहरी क्षेत्रों में नशाखोरी जिस्मफरोशी अंडा मांस मदिरा जुआ सट्टा जैसे धंधों का तेजी से बढ़ना चिंता का विषय: संजय चोपड़ा
गौरव अरोड़ा
हरिद्वार:धर्मनगरी हरिद्वार के गंगा के घाटों व शहरी क्षेत्रों में नशाखोरी, जिस्मफरोशी, अंडा मांस मदिरा, जुआ सट्टा, ऑनलाइन खाईबाड़ी जैसे धंधे सुरसा की भाती बढ़ने से चिंतित पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने शासन- प्रशासन से मांग की धर्मनगरी हरिद्वार अपितु उत्तराखंड के सभी प्राचीन मठ मंदिरों के आसपास रहने वाले कारोबारी स्थानीय नागरिकों का सत्यापन कर स्पेशल क्राइम कंट्रोल टीम के गठन के साथ स्पेशल अभियान चलाकर, गंगा नगरी की तीर्थ मर्यादा को बचाने के लिए तत्काल प्रभाव से लक्ष्य निर्धारित करने की मांग को प्रमुखता से उठाया।
इस अवसर पर पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष, सामाजिक कार्यकर्ता संजय चोपड़ा ने कहा धर्मनगरी हरिद्वार में अन्य राज्यों से आकर छोटा-मोटा स्थान किराए पर लेकर बहुत से लोगों ने धर्म नगरी के स्वरूप को भदरंग करने का प्रयास कर रहे हैं जबकि ब्रिटिश हुकूमत के दौरान पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा किए गए अनुबंध के नियम अनुसार अंडा मांस मदिरा किसी भी प्रकार की नशाखोरी पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है राजनीतिक संरक्षण में पुलिस प्रशासन की लापरवाही की वजह से जगह- जगह खाली बॉडी, जुआ सट्टा जैसे क्राइम बढ़ते चले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के संरक्षण में हरिद्वार नगर निगम की नियमावली के नियम अनुसार मठ मंदिरों के आसपास रहने वाले वह कारोबारी क पंजीकरण सत्यापन के साथ पहचान पत्र जारी किए जाने चाहिए। संजय चोपड़ा ने चेतावनी दी शीघ्र ही यदि शासन- प्रशासन द्वारा कानूनी रूप से नशाखोरी जुआ सट्टा, खाईबाड़ी के खिलाफ अभियान नहीं चलाया गया तो आंदोलन किए जाएंगे।
धर्मनगरी हरिद्वार की तीर्थ की मर्यादा को बचाने की इस मुहिम का समर्थन करते पंडित कृष्णकांत, आचार्य चंद्र प्रकाश शर्मा, पंडित मनीष शर्मा, साधु शरण, पंडित ओमप्रकाश भाटिया, राजेश खुराना, मनोज कुमार, राजेंद्र पाल, कुंवर सिंह मंडवाल, चंदन सिंह रावत, हरिओम गुसाईं, वीरेंद्र कुमार, विवेक शर्मा आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।