2 लोगों के नेत्रदान से नेत्रदान महादान अभियान आज पहुंचा अपने 235 वें मुकाम पर
नेत्रदाता परिवार को इस महान काम के लिए दिल से नमन
सचिन शर्मा:नेत्रदान के प्रति लोगों मे बढ़ती जागरुकता के चलते अब लोग खुद आगे बढ़कर इस कार्य को करने लगे हैं,बरसो से नेत्रदान के लिए प्रयासरत राम शरण चावला बताते हैं कि पहले जब वो किसी को नेत्रदान के लिए कहते थे तो लोग नाराज हो जाते थे, एक नेत्रदान कराने मे ही सालों गुजर जाते थे मगर अब एक दिन मे दो दो नेत्रदान हो रहे हैं, विगत रविवार को ऋषिकेश के आशीष टूटेजा और सुषमा अरोरा के दिवंगत होने पर उनके परिजनों ने नेत्रदान कार्यकर्ता गोपाल नारंग के सहयोग से इस पवित्र कार्य को कराया. इस कार्य को कराने मे नीलकमल अरोरा और पंकज जुनेजा की मह्त्वपूर्ण भूमिका रही, अभियान प्रमुख राम शरण चावला ने बताया कि उनके मिशन का यह 235 वां सफल प्रयास था जिसकी बदौलत अब तक 470 नेत्रहीन फिर से इस दुनिया को देश पा रहे हैं।