इमैक समिति के द्वारा ग्रीष्मकालीन शिविर में बच्चो के साथ मनाया गया विश्व योगदिवस
मनीषा सूरी / पीयूष सूरी
जीवन के दो मीत,एक योग एक संगीत
हरिद्वार:आज अंतराष्ट्रीय योग दिवस के साथ अंतराष्ट्रीय संगीत दिवस भी था। इस अवसर पर इमैक समिति ने बच्चों के लिये चल रहे ग्रीष्मकालीन शिविर में बच्चो के साथ योग भी किया और संगीत के महत्व को भी बताया। बच्चों को बताया किस प्रकार संगीत भी योग की एक विधा है जो मन और मस्तिष्क को साधता है। समिति की सचिव डॉ० मौसमी गोएल ने बेहद कुशलता के साथ बच्चों, युवा और बड़ों को योग करवाया, जिसमे उनका साथ दिया समिति की होनहार युवा सक्रिय सदस्य वैष्णवी झा ने। मौसमी ने बताया जी जोड़ने का मतलब ही योग है। हमारे स्वास्थ्य के लिये योग बहुत महत्वपूर्ण विद्या है इसे हमे जींवन में मात्र एक दिन नहीं रोज़ करना चाहिये। मौसमी जी ने ताड़ासन, भुजंगासन , कपाल भाती, मकरासन, धनुरासन आदि कई आसान करवाये और साथ ही उस आसन के लाभ भी बताए। ये भी बताया की किस आसन से कौन से रोग में लाभ मिलता है।
विद्या विहार अकैडमी जहां ये कैम्प लगा हुआ है के चेयरमैन विजेंदर पालीवाल ने भी योग भी किया और इस आयोजन को कराने में अपना सहयोग भी प्रदान किया। अभिनंदन गुप्ता जी ने बच्चों को हमारे जीवन मे संगीत का महत्व समझाया और अपनी मधुर वाणी में एक प्रार्थना " ए मालिक तेरे बंदे हम" भी सुनाई। इस अवसर पर समिति की कोर सदस्या हेमा भंडारी , सुनीता झा, आशा चौधरी के साथ युवा टीम से आस्था गोएल, आशु वर्मा,आयुष डंगवाल, रुबिया राजपूत, स्नेहा खुराना, हिमांशी खुराना आदि उपस्थित रहे और सभी ने इस कार्यक्रम को आयोजित करने में अपना पूर्ण सहयोग किया। विजेंदर पालीवाल ने बच्चो को बिस्कुट और फ्रूटी वितरित किया।
इमैक समिति द्वारा चलाये जा रहे इस कैम्प में बच्चे नृत्य, गायन, आर्ट एंड क्राफ्ट के साथ इंग्लिश स्पीकिंग भी सीख रहे है।