89 क्विंटल का फर्क पाया गया है जिसका शमन शुल्क सेस यानी जुर्माना वसूला गया है।
सहारनपुर
खबर अपडेट
सहारनपुर के कोतवाली मंडी इलाके में पुराना कलसिया रोड पर एक बंद पड़ी शाकुंभरी मील में 2500 कट्टे बरामद हुए, चावल, गेहूं और धान का एक बड़ा स्टॉक पाया गया।
अब जरा मंडी समिति इंस्पेक्टर संजय सिंह की बाइट सुनिए,
89 क्विंटल का फर्क पाया गया है जिसका शमन शुल्क सेस यानी जुर्माना वसूला गया है।
हांलांकि राइस मिल बंद पड़ी है काफी समय से मशीनो पर जाले लगे हुए है जैसे कि 4 या 5 साल से मशीन चली ही ना हो लेकिन उन्होंने बताया कि वो ट्रेडिंग करते है?
चावल का बंद मिल में मिलना वो भी एक जैसा इसका जवाब देते हुए इस्पेक्टर महोदय कहते है ये तो व्यापारियों से खरीदा गया है बाजार से खरीदा गया है यही बताया इन्होंने?
बड़ा सवाल ये है की जब सेल टैक्स, बाट माप तोल, खाद्य पूर्ति विभाग, मंडी समिति सहित सभी विभागों की टीम छापेमारी करते है तो इस प्रकार के जवाबों की उम्मीद नहीं की जा सकती। इंस्पेक्टर महोदय को बताना चाहिए था की उपरोक्त माल की आमद क्या थी किस ट्रेडिंग कंपनी के नाम पर लाइसेंस था? क्या गोदाम लाइसेंसी था या अवैध?
या मात्र मालिकों द्वारा जबानी बता देना काफी है?
इन सभी विभागों की टीमों ने क्या जांच की?
*हांलांकि सूत्रों की माने तो यह चावल सरकारी गल्ले का बताया जा रहा है* जिसका गोरख धंधा आजकल शहर भर में बड़े स्तर पर चल रहा है राशन की दुकानों से व गली मोहल्ले से फेरी द्वारा भी सरकारी चावल खरीदा जा रहा है और जिसे कुछ अन्य चावलो में मिलाकर पैकिंग कर बाजार में महंगे रेट में उतार दिया जाता है।
अब देखने वाली बात तो यह होगी कि प्रशासन व जिला पूर्ति विभाग भी मंडी समिति इंस्पेक्टर की हां में हां मिलाता है या मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कर प्रकरण की तह तक जाने का काम करता है।
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
मंडल प्रभारी दीपक राणा