अशोक इंटरनेशनल एकेडमी अम्बूवाला में धूम धाम से मनाया गया उत्तराखण्ड का लोकपर्व हरेला
पीयूष चौहान
हरिद्वार: आज जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से दुनिया भर के देश चिंतित हैं। इसके असर को रोकने के लिए पिछले लम्बे समय से सरकारी अथवा सामाजिक स्तर पर जन-जागरूकता के रूप में सभी जरूरी प्रयास तलाशे जा रहें हैं। ये प्रयास प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण के बिना सम्भव नहीं हो सकते हरेला पर्व भी यहीं संदेश देता है कि जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्याओं का हल अधिकाधिक वृक्षारोपण में है। उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला भी वृहद वृक्षारोपण कर पूरी दुनिया को ग्लोबल वार्मिंग के खिलाफ लड़ने का संदेश देता है। इसी कड़ी में हरिद्वार जिले में पथरी क्षेत्र के अशोक इंटरनेशनल एकेडमी में शुक्रवार को उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला वृक्षारोपण करके मनाया गया। अध्यापक एवं अध्यापिकाओं के साथ साथ विधार्थियों के द्वारा भी कई वृक्ष लगाए गए साथ ही विधार्थियों को इस पर्व के साथ साथ वृक्ष हमारे लिए कितने उपयोगी है इसके लिए भी अवगत कराया गया। अशोक इंटरनेशनल एकेडमी के चेयरमैन मनीष चौहान ने बताया कि वृक्ष प्रकृति की सुंदरता को बढ़ाते है।ये इंसानों के लिए प्रकृति का सबसे महत्वपूर्ण भेंट है।इनका हर एक हिस्सा किसी न किसी रूप में उपयोगी होता है। वृक्ष हमें सास लेने के लिए ऑक्सीजन,खाने के लिए फल,कड़ी धूप में छाया,पक्षियों को आश्रय,जानवरों को खाना देते है। पेड़ो के फूल,पत्ते सजावट के लिए उपयोगी होते है।उनके औषधीय गुणों के वजह से उनका उपयोग औषधि बनाने में होता है। पेड़ो की लकड़ी का उपयोग फर्नीचर,कागज,हथियार बनाने में किया जाता है। साथ ही उन्होंने एकेडमी के सभी विद्यार्थियों को अपने संपूर्ण जीवनकाल में अधिक से अधिक वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर छात्र एवं छात्राओं के साथ एकेडमी के सभी अध्यापक एवं अध्यापिकाएं मौजूद रहें।