देव संस्कार एकेडमी के द्वारा की गई एक नई पहल 25 दिसंबर ले उपलक्ष में मनाया तुलसी दिवस
पीयूष चौहान
हरिद्वार: तुलसी के महत्व का वर्णन हमारे शास्त्रों में भी है और विज्ञान में भी।स्कंद पुराण में कहा गया है कि जिस घर में तुलसी का बगीचा होता है एवं पूजन होता है उसमें दरिद्रता प्रवेश नहीं करती है। अंग्रेजों ने भारत में आकर बड़ी चालाकी से हिन्दू धर्म को मिटाने के लिए हिन्दू संस्कृति को हटाकर अपनी पश्चिमी संस्कृति थोपनी चाही, गत वर्षों तक इसका प्रभाव जनमानस पर देखने को मिला, लेकिन आज देश की जनता जागरूक होने लगी है, धीरे-धीरे जनता पश्चिमी संस्कृति को भूल रही है और भारत की दिव्य संस्कृति की तरफ लौट रही है । जिसके चलते इसी कड़ी में आज देव संस्कार एकेडमी सराय रोड ज्वालापुर में एक नई शुरुआत की गई, जिसमें क्रिसमस के साथ-साथ बच्चों को सनातन धर्म की भी जानकारी दी गई। जिसमे 25 दिसंबर को होने वाले तुलसी दिवस के उपलक्ष्य में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें एकेडमी के सभी बच्चों ने भाग लिया। इस अवसर पर स्कूल के प्रबंधक अमित चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि सनातन संस्कृति का ज्ञान होना भी अति आवश्यक है जिसमे शिक्षा विज्ञान खेल चिकित्सा आदि की पूर्ण रूप से जानकारी मिलती है।वहीं दूसरी ओर यज्ञ पूरे विधिविधान से संपूर्ण हुआ तत्पश्चात पंडित महेश शास्त्री जी ने बच्चों को उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद फल वितरित किए गए। इस कार्यक्रम में एकेडमी की सचालिका किरण चौहान प्रिंसिपल पिंकी सैनी के साथ के साथ-साथ सभी अध्यापक एवं अध्यापिकाओं तथा कर्मचारियों मौजूद रहें।