भगवा सरकार में गरीब परिवारों की योजनाएं हो रही समाप्त : पाहवा
अमित अरोड़ा
हरिद्वार। हिंदुत्ववादी नेता चरणजीत पाहवा ने आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के आहार को समाप्त किए जाने का विरोध किया है उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पहले राशन से सामान गायब किया अब गरीब बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र में जो बच्चों को आहार मिलता था उसको भी समाप्त कर दिया फिर लोग कहते हैं हमारा देश विकास कर रहा है केंद्र सरकार के सर्वे के हिसाब से 80 करोड़ जनता गरीब है जिनको सरकार पाल रही है 5 किलो चावल देकर 50 किलो के पैसे वापस ले रही है विभिन्न टैक्स लगाकर सरकार ने सिलेंडर की पहले सब्सिडी खत्म की फिर राशन से चीनी खत्म की अब आंगनबाड़ी से बच्चों को आहार मिलता था उसको भी हजम कर गए वाह री मेरी भगवा सरकार विधायकों की तनखा बढ़ा दी उनके वीआईपी खर्चे बढ़ा दिए हिंदुत्व का कार्ड खेलकर हिंदुत्व को ही गरीबी के नीचे धकेल दिया सरकार को कुछ खत्म करना था तो विधायकों की तनख्वाह कम करते हैं इनके वीआईपी खर्चे कम करते जब विधायकों को सब सीढ़ियां मिल रही है एक बार के विधायक को एक बार की पेंशन मिलनी चाहिए 5 बार जीतने पर पांच बार पेंशन यह तो गरीब जनता के पेट मे लात मारने जैसी बात है मैं पार्टी का विरोधी नहीं हूं मेरे जैसे लोगों को धर्म की लड़ाई सड़क पर लड़ने में पार्टी को ही फायदा है मेरा फायदा कभी नहीं हुआ ना मैं फायदे के लिए लड़ रहा हूं मैं अपने धर्म के लिए लड़ रहा हूं लेकिन सच को सच कहने में भी नहीं डरता हूं जिस देश में विपक्ष नहीं होता उस देश में मनमानी चलती है कोई रोकने टोकने वाला नहीं होता मेरी सरकार से विनती है कि गरीब परिवारों का भी ध्यान रखा जाए सरकार कुछ मत दे फ्री में 1 शिक्षा फ्री कर दें और एक स्वास्थ्य फ्री कर दे पेट्रोल और सिलेंडर जैसी घरेलू चीजों पर थोड़ा लगाम लगाएं गरीब परिवारों के लिए गरीब जनता सरकार की हमेशा आभारी रहेगी देवभूमि भैरव सेना संगठन जिला अध्यक्ष चरणजीत पाहवा सरकार से मांग करता है कि सरकारी हॉस्पिटलों की सुविधाएं भी बढ़ाएं जितने भी महंगे टेस्ट होते हैं उनकी मशीनें सरकारी हॉस्पिटल में उपलब्ध कराएं गरीब जनता के लिए मैं मांग करता हूं महिला हॉस्पिटलों में जब हमारी बहने बेटियां डिलीवरी के समय जाती है उनको प्राइवेट हॉस्पिटलों के रास्ते दिखाए जाते हैं उनको डराया जाता है जो जनहित में ठीक नहीं सरकारी हॉस्पिटलों में भी 24 घंटे डॉक्टरों की सुविधाएं दे मुख्यमंत्री इस ओर ध्यान दें।