व्यापारियों ने फूंका एचआरडीए का पुतला,सिटी हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग
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फुरकान अंसारी
हरिद्वार। मध्य हरिद्वार के सुपर कंपलेक्स में स्थित सिटी हॉस्पिटल प्रबंधन और व्यापारियों के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। हॉस्पिटल प्रबंधन और व्यापारी लगातार एक दूसरे पर आरोपों की झड़ी लगाते जा रहे व्यापारियों का आरोप है कि हॉस्पिटल की प्रबंधन पर मनमाने तरीके से नियमों को छांट पर रखकर हास्पिटल का विस्तार कर रहे हैं। विरोध करने वाले व्यापारियों को धमकाने के साथ फिरौती मांगने का झूठा आरोप लगा रहे हैं। वहीं हॉस्पिटल प्रबंधन का आरोप है कि व्यापारी जानबूझकर उन पर दबाव बना रहे हैं। ताकि उन्हें ब्लैकमेल किया जा सके। इस कड़ी में शनिवार व्यापारियों ने हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण का पुतला दहन करने के साथ हास्पिटल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक सप्ताह का अल्टिमेटम दिया है इसके बाद आंदोलन की चेतावनी भी दी है
और पत्रकार वार्ता कर अपना पक्ष रखा। वहीं हॉस्पिटल प्रबंधन ने भी प्रेसवार्ता के माध्यम से पत्रकारों के सामने अपना पक्ष रखा।
गौरतलब है कि शनिवार को व्यापार मंडल के अध्यक्ष मृदुल कौशिक के नेतृत्व में व्यापारियों ने हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण का पुतला दहन किया और प्राधिकरण के अधिकारियों को सिटी हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई के लिए 1 सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। प्रेस क्लब हरिद्वार के सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मृदुल कौशिक ने कहा कि हॉस्पिटल प्रबंधन लगातार व्यापारियों पर झूठे आरोप लगा रहा है। पिछले 3 जनवरी 2023 को एक दैनिक अखबार में छपी खबर के हवाले से ‘सिटी हास्पिटल के मालिक शिव कुमार कपूर ने सुपर कॉम्पलेक्स के दो दुकानदारों पर धमकी देने और हास्पिटल को बंद करने के नाम पर पांच लाख रुपये की वसूली करने का आरोप लगाया है।’ उन्होंने जान का खतरा बताकर व्यक्तिगत सुरक्षा की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि एचआरडीए, अग्निशमन अधिकारी, सिटी मजिस्ट्रेट, उत्तराखण्ड जल संस्थान, एसएसपी और ज्वालापुर थाने में सिटी हास्पिटल के खिलाफ जांच चल रही है। उसी जांच को प्रभावित करने और सुपर कॉम्पलेक्स के व्यापारियों पर दबाव बनाने के लिए सिटी हास्पिटल के मालिक झूठी शिकायत कर रहे हैं। सुपर कॉम्पलेक्स के एक व्यापारी जयपाल सिंह का कहना है कि वे उनकी दुकान पर आए और ध्मकी दी कि वे सिटी हास्पिटल के विस्तारीकरण के मामले से पीछे हट जायें, वरना इसके तुम्हें बहुत गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। जयपाल सिंह ने कहा कि शनिवार को प्रातः करीब 11 बजे सिटी हॉस्पिटल प्रबंधक एस कपूर सुपर कॉम्पलेक्स में आए और सभी दुकानों के बिना अनुमति के फोटोग्राफी करने लगे और झूठ बोलते हुए पांच लाख रुपये की मांगने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विगत दिनों सुपर काम्पलेक्स व्यवसायियों ने सिटी अस्पताल के मालिकों पर सुपर काम्पलेक्स में अवैध रूप से अतिक्रमण कर अस्पताल का विस्तार करने को लेकर हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण मेे लिखित शिकायत की, जिसकी जांच चल रही है और सिटी हास्पिटल स्वामी से सिटी हास्पिटल का नक्शा मांगा था, जिसे उन्होंने एचआरडीए में यह कहते हुए जमा नहीं किया कि नक्शा हमारे पास नहीं, कहीं खो गया और हम लखनऊ से मंगा रहे हैं, आने पर जमा कर देंगे। उन्होंने कहा कि काम्प्लेक्स व्यापारियों का आरोप है कि सिटी हास्पिटल के मालिक ने काम्पलेक्स की छतों पर जाने वाले चार रास्तों में से तीन को पूरी तरह बंद कर दिया व इसके साथ ही वहां लगे पफायर सिस्टम के पानी के टैंक को भी नष्ट कर दिया गया है। एचआरडीए को दिए पत्रा मेे दुकानदारों ने बताया कि लगभग 32 वर्ष पुराने यह सुपर काम्पलेक्स है। वर्तमान में चार मंजिल के लिए उपयुक्त नहीं है, लेकिन पिफर भी चौथी मंजिल पक्की बनाकर हास्पिटल का विस्तार किया गया इतना ही नहीं कांप्लेक्स का दूसरा तल जो आवासीय है, उस पर भी हास्पिटल बनाकर व्यवसायिक कर दिया गया है। सुपर काम्पलेक्स के व्यापारियों का आरोप है कि पहली मंजिल, गेलरियों एवं सामने की बालकनी को भी अवैध रूप से बंद कर दिया गया है। इसके अलावा सुपर काम्प्लेक्स में टायलेट के सीवरेज में सिटी हास्पिटल का सीवरेज को अवैध रूप से बिना एसटीपी और ईटीपी के जोड़ दिया गया है, जिसकी वजह से काम्पलेक्स के सीवरेज जाम हो जाते हैं। जिस कारण कभी भी गंदा पानी निकलकर फैल जाता है। जिस कारण बीमारी फैलने का खतरा हर समय बना रहा है। कॉम्पलेक्स के व्यापारियों को तंग व परेशान करने की नीयत से 32 साल पुराने बने कॉम्पलेक्स में अब दीवार करना चाहते हैं, जिसकी एक सूचना उन्होंने दैनिक समाचार पत्र छपवाई है। सुपर काम्पलेक्स व्यवसायियों ने यह भी बताया कि कि सुपर कांप्लेक्स के बाहर बनी पार्किंग में सिटी हास्पिटल के डाक्टरों, स्टापफ व आने वाले मरीजों के केयरटेकर ; देखभाल करने वालों के वाहन बेतरकीब खड़े रहते हैं जिससे सुपर कापम्पलेक्स के दुकानदारों को अपने वाहन खड़े करने एवं निकालने में काफी परेशानी होती है। मजबूरन उन्हें अपने वाहन बाहर खड़े करने पड़ते है जिस कारण काम्पलेक्स के दुकानदारों के वाहनों के अक्सर चालान कटते रहते हैं। व्यापारियों ने बताया कि पिछले 29 दिसम्बर की रात्रि करीब 3.30 बजे सुपर कॉम्पलेक्स की एक दुकान में आग लग गयी थी जिसे बामुश्किल अग्निशमन की गाड़ियों ने बुझाया। व्यापारियों का कहना है कि यदि यह आग सिटी हास्टिल की दूसरी या तीसरी मंजिल पर लग जाती तो इसके क्या परिणाम होते इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है क्योंकि लगभग 80 बैड के सिटी हास्पिटल का केवल प्रवेश और निवासी का एक ही 8 पफुट चौड़ा द्वार है। वही हॉस्पिटल प्रबंधन के संचालक एस कपूर ने कहा कि व्यापारी मनमानी पर उतारू है। उन्होंने नीचे का माला व्यापारियों को बेचा है। ऊपर का माला उनके पास सुरक्षित है जिस पर वह निर्माण करा रहे हैं । चुकी अंतरिम निर्माण कराया जा रहा है। इसके लिए उन्हें परमिशन की आवश्यकता नहीं है। इसके बावजूद उन्हें जबरन परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता की भलाई के लिए उन्होंने हॉस्पिटल का निर्माण कराया है उनके हॉस्पिटल में 500000 की ओपीडी चल रही है । जीडी हॉस्पिटल से ज्यादा मरीज उनके यहां इलाज के लिए आते हैं । इसके लिए हॉस्पिटल के विस्तार की आवश्यकता है। ऐसे में व्यापारी जबरन पर दबाव बनाकर वसूली करना चाहते हैं। पत्रकार वार्ता में व्यापार मंडल की ओर से दीपक अग्रवाल, सुनील गुलाटी, प्रमोद सूद, जितेंद्र बाधवा, डॉक्टर साहिल ढींगरा डॉक्टर तनु गुप्ता, अमित चौधरी, ऋषि पाल सैनी, अनूप सिंह सिद्धू , सनी चोपड़ा , प्रेरित चोपड़ा, हिमांशु सैनी सुरेंद्र अग्रवाल ,मुकेश बाधवा, सुनील कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे। वहीं हॉस्पिटल प्रबंधन की ओर से अमित विरमानी, रविकांत शर्मा, विक्रम विरमानी, सचिन डबराल सहित अन्य सदस्य प्रेस वार्ता में मौजूद रहे।