हरिद्वार से ग्रीनमैन बघेल ने किया 'वृक्ष आज़ादी आंदोलन' का शंखनाद
मनन ढिंगरा
मायापुर क्षेत्र हुआ पेड़ों को फांसी लगाने वाली लोहे की जंजीरों से मुक्त
लोहे की सीखचों में फंसे वृक्षों को आजाद कराकर प्राणवायु पैदा करने वाले पेड़ों को दिया जीवनदान
हरिद्वार, 22 मई। विश्व जैव विविधता संरक्षण दिवस पर ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने पुराने वृक्षों में फंसे लोहे के जंग लगे ट्री गार्डों को पृथक करने वाला वृक्ष आज़ादी आंदोलन शुरू किया क्योंकि दशकों पूर्व पौधारोपण के साथ लगे लोहे के ट्री गार्ड उनके विकास में अवरोध पैदा कर रहे हैं और उन्हें आत्महत्या करने को मजबूर कर रहे हैं। लोहे के सीखचों में फंसे वृक्षों को अब आजाद कराकर उन्हें जीवनदान देने की मुहिम देवभूमि उत्तराखंड की धार्मिक नगरी हरिद्वार से हरितऋषि विजयपाल बघेल (ग्रीनमैन ऑफ इंडिया) द्वारा शुरू हुई जो अब पूरे देश में 'वृक्ष आज़ादी आंदोलन' के रूप में बिगुल बजाएगी। वृक्ष आज़ादी आंदोलन का शुभारम्भ हरिद्वार के मायापुर स्थित सड़क किनारे लगे विशाल वृक्षों में फंसे लोहे के ट्री गार्ड को ग्रीनमैन बघेल ने काटकर पेड़ से पृथक करके किया, इस मौके पर उन्होंने बताया कि वर्ष 1980 के दशक से देश में लोहे के ट्री गार्ड के साथ वृक्षारोपण की परम्परा शुरू हुई जो बदस्तूर जारी है, ट्री गार्ड की जरूरत पौधे को सुरक्षित रखने के लिए तीन साल या अधिकतम पांच वर्ष तक ही रहती है उसके बाद वही ट्री गार्ड जो सुरक्षा के लिए लगाया गया वो उस पेड़ के लिए जानलेवा बन जाता है। हर सड़क, मार्ग, गली, पार्क आदि सार्जनिक स्थानों पर लोहे की जंजीरों में जकड़े वृक्ष दिखाई देते हैं, इनकी पीढ़ा मुझे स्वयं महसूस हुई और वृक्ष आज़ादी आंदोलन का विचार पैदा हो गया जो इनकी मुक्ति के संकल्प के रूप में परिवर्तित हो गया है। वृक्ष संरक्षण की सोच के तहत ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया की एक रिसर्च टीम द्वारा किए सर्वे कराया गया और पाया कि हरिद्वार नगरीय क्षेत्र और औद्योगिक क्षेत्र में भारी संख्या में पेड़ों की पीढ़ लोहे के जंजीरों में जकड़ी हुई हैं, पुराने लोहे के ट्री गार्ड वृक्षों के वस्कुलर बंडल को चीरते हुए उनकी आंतरिक संरचना को तहस नहस कर सैकड़ों वृक्षों की हत्या का कारण बन रहे हैं। वृक्ष आज़ादी आंदोलन के हरिद्वार जिला समन्वयक विनोद मित्तल की टीम द्वारा संकलित सूचनाओ के माध्यम से संज्ञान में आया कि दशकों पहिले पौधारोपण के साथ लगे ये लोहे के ट्री गार्ड पेड़ों में फंस गए हैं, इनकी चीख ने ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया को झकझोर दिया है। उन्होंने बताया कि तीन साल के बाद भी लोहे का ट्री गार्ड अगर पेड़ के साथ लगा रह जाए तो वह उसके लिए भारी नुकसान दायक हो जाता है और यह एक वन अपराध की श्रेणी मे भी आता है, पेड़ों को इस तरह तड़पते नहीं छोड़ना चाहिए। डिवाइन लाइट स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा "सांसे हो रहीं हैं कम, आओ वृक्ष बचाएं हम" के उद्घोष के साथ मायापुर क्षेत्र में जागरूकता रैली निकाली गई।
उन्होंने 'वृक्ष आज़ादी आंदोलन' के पहले चरण में संचालित अभियान के तहत पृथक किए गए ट्री गार्ड की जानकारी देते हुए बताया कि मायापुर क्षेत्र में 16 पुराने वृक्षों को आजाद कराया गया, जिनसे निकला स्क्रैप नगर निगम ने अपने स्टोर में जमा कर लिया। नगर निगम की टीम के साथ वन विभाग की टीम का सहयोग अभियान में सकारात्मक रहा। उन्होंने बताया कि विश्व जैवविविधता दिवस के दिन मायापुर क्षेत्र में लोहे के जालों में जकड़े पुराने पेड़ों को मुक्त कराया गया अब अलग अलग क्षेत्रों में विशेष अभियान के माध्यम से जनांदोलन का स्वरूप प्रदान किया जाएगा। क्षेत्रवार टीम गठित कर दी गई हैं जो वन विभाग के साथ मिलकर हरिद्वार के सीखचों में फंसे सभी वृक्षों को आजाद कराने के लिए संकल्पित रहेंगी। वृक्ष आज़ादी आंदोलन के जिला समन्वयक विनोद मित्तल ने हरिद्वार वासियों से अपील की है कि कहीं पर लोहे के ट्री गार्ड से कोई पेड़ जकड़ा दिखाई दे तो उसकी फोटो पते सहित वॉटसएप नंबर 9411176587 पर भेजें। टीम में कुलदीप खंडेलवाल, राहुल पाल, कृष्णा गुप्ता, गौरव पाल, स्वपन पाल, जयपाल सिंह, मनोज पाल, प्रदीप त्यागी, सादाक्ष पाराशर, राकेश अरोड़ा, धीरज पीटर, आशीष गौर, राखी बुद्धिराज, हेमा भंडारी, मुकेश कुमार, एस एस राणा, मयंक गुप्ता, निवेदिता सिंह, शिवम जगता, परविंदर तेवतिया, अंजू द्विवेदी, भुवनेश पाठक, नीतू सिंह, डा अजय कौशिक आदि सहित दर्जनों पर्यावरण प्रेमी शामिल किए गए हैं। डिवाइन लाइट स्कूल के प्रधानाचार्य डा लक्ष्मीकांत सैनी, सीमा और रजनी मालवीय के साथ शैक्षणिक स्टाफ व सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थियो ने भाग लिया।
विश्व जैवविविधता संरक्षण दिवस पर जिला गंगा संरक्षण समिति हरिद्वार द्वारा आयोजित एक अन्य कार्यक्रम नगर वन में आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि ग्रीनमैन ऑफ इंडिया विजयपाल बघेल ने जैव विविधता संरक्षण विषय पर स्कूली छात्रों को व्यवहारिक और सारगर्भित व्याख्यान दिया तदुपरांत पौधशाला की प्राथमिक जानकारी दी। सभी ने मिलकर पौधारोपण किया और नगर वन का भौतिक भ्रमण कर प्राकृतिक रचना का गूढ़ ज्ञान हासिल किया। वन क्षेत्राधिकारी दिनेश नोटियाल अपनी पूरी टीम के साथ शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन राजीव खत्री ने किया।