10 दृष्टिहीनों का अंधकार दूर करने का माध्यम बने दृष्टिदूत संतोष ग्रोवर
सचिन शर्मा
हरिद्वार। शिवमूर्ति चौक निवासी श्रीमति हर्ष कुमारी ग्रोवर कल बीती रात इस नश्तर संसार को अलविदा कह गई। उनके निधन पर उनके बेटे संतोष ग्रोवर ने उनके नेत्रदान कराने के लिए नेत्रदान कार्यकर्ता राम शरण चावला से संपर्क किया। चावला तुरंत इस पवित्र कार्य को कराने की प्रक्रिया मे जुट गये और उनके निर्देश पर एम्स ऋषिकेश की नेत्रदान टीम ने उनके निवास पर पहुंचकर श्रीमति हर्ष कुमारी के दोनों कोर्निया सकुशल प्राप्त कर लिए जो दो सूने नेत्रो मे प्रत्यारोपित कर दिए गए हैं। नेत्रदान अभियान के प्रभारी गोपाल नारंग ने बताया कि यह मिशन का 277 वाँ सफल प्रयास है। उन्होने यह भी बताया कि संतोष ग्रोवर दृष्टिदूत बनकर इससे पहले भी अपने पिता जी और पत्नि का नेत्रदान करवा चुके हैं। साथ ही उनकी प्रेरणा से उनके दो पड़ोसी भी अपने परिजनो का नेत्रदान करवा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि संतोष ग्रोवर के इस जज्बे और इस जनसेवा को हमारी पूरी टीम सलाम करती है,जिनकी अथक मेहनत और सेवा भावना के चलते वह पांच नेत्रदान करवा कर दस दृष्टिहीनो के जीवन का अंधकार मिटाने मे मददगार साबित हुए हैं। प्रधान टाइम्स भी दृष्टिदूत संतोष ग्रोवर के इस महान कार्य को सलाम करता है और आप सबसे भी इस पवित्र मिशन से जुड़ने की अपील करता है।