पर्यावरण दिवस पर द हंस फाउंडेशन की मोबाइल मेडिकल यूनिट ने ग्रामीणों को किया जागरूक
मोहित पंडित
हरिद्वार। द हंस फाउंडेशन की मोबाइल मेडिकल यूनिट टीम के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा अधिकारी देवेंद्र पासवान ने विश्व पर्यावरण दिवस के बारे में लोगों को जानकारी दी कि समय के साथ पर्यावरण व प्रकृति नष्ट होती जा रही है। कई तरह की प्राकृतिक आपदाओं का कारण भी पर्यावरण बन सकता है। इसे संरक्षित और सुरक्षित रखने के लिए 5 जून को हर साल पर्यावरण दिवस मनाते हैं। जीवनदायिनी धरती को रहने योग्य बनाने के लिए पेड़ पौधों के जीवन को बचाने और पर्यावरण प्रदूषण के कारकों को कम किया जा सकता है। इस कार्य के लिए दूसरों को भी प्रेरित करें। वायु प्रदूषण के लगातार संपर्क में रहने से फेफड़ों पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है। प्रदूषित वायु में सांस लेने से हानिकारक तत्व आपके वायु मार्ग से होते हुए फेफड़ों में चल जाते हैं। इस कारण कई प्रकार की गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। प्रदूषण के कारण हृदय और फेफड़ों को शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। जिससे फेफड़ों की क्षमता कमजोर हो जाती है इसलिए सभी लोग एक एक पौधा जरूर लगाएं क्योंकि पेड़ लगाएं और पेड़ बचाएं।
इसमें ही है हम सबकी समझदारी
मानव जीवन है खतरे में
पर्यावरण सुरक्षा की लें जिम्मेदारी।
विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर मोबाइल मेडिकल यूनिट टीम डॉक्टर राजीव कुमार, फार्मेसिस्ट अमित सिंह, पायलट आदिल मौजूद रहे।