कोरोना काल के बाद स्कूल खुलने पर अभिभावकों को अनुमति पत्र
दया जोशी
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
हल्द्वानी। कहने को नामी पब्लिक स्कूल और अंग्रेजी को हिंदी में अनुवाद करने का सहूर नहीं। नतीजा स्कूल की बच्चों व उनके परिजनों के साथ आम लोगों में ही मजाक बन रही है। शहर के एक नामी प्राइवेट स्कूल ने विद्यार्थियों को अजीबोगरीब सलाह दी है। कोरोना काल के बाद स्कूल खुलने पर अभिभावकों को अनुमति पत्र के साथ-साथ माता-पिता के लिए चेकलिस्ट भी दी गई है। जिसमें कहा गया है, ‘बच्चों को घर पर स्वच्छता अभ्यास के लिए कम से कम 70 फीसद शराब आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग कराया जाए।’ इतना ही नहीं चेकलिस्ट में कई ऐसी बातें भी लिखी गई हैं जिन्हें अभिभावक तो दूर खुद स्कूल प्रबंधक नहीं समझ पाये होंगे। कहा है, ‘तथ्यों का उपयोग करके स्टिग्मा को रोकें और अपने बच्चों को एक दूसरे के बारे में विचार करना सिखाएं’। इसका अर्थ निकालना वाकई मुश्किल है।
दरअसल यह सारी गफलत अंग्रेजी का ‘गूगल ट्रांसलेटर’ से करने से हुई है। यदि विद्यालय ने शराब की जगह वाक्य की जरूरत के आधार पर ‘एल्कोहॉल’ शब्द का प्रयोग कर दिया होता तो ऐसा न होता। वहीं दूसरे वाक्य का प्रयोग भी ‘गूगल ट्रांसलेटर’ से करने की जगह यदि जरूरत के अनुसार शब्दों का प्रयोग करते हुए किया जाता तो ऐसी जगहंसाई न होती।