सड़क-पानी के लिए भरदार की जनता ने कलक्ट्रेट का किया घेराव
विनोद सिंह चौहान
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
रुद्रप्रयाग। पूर्वी और पश्चिमी भरदार क्षेत्र की सड़क, पानी, संचार सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर भरदार जन विकास मंच के बैनर तले ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट का घेराव किया। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि एक माह के भीतर भरदार पेयजल योजना से जलापूर्ति, फेज टू का निर्माण और स्वीकृत सड़कों का निर्माण नहीं हुआ तो क्रमिक और आमरण-अनशन शुरू किया जाएगा। इस मौके पर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन भेजा।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आशा डिमरी के नेतृत्व में पूर्वी और पश्चिमी भरदार की 29 ग्राम सभाओं की जनता ने कलक्ट्रेट का घेराव करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।
इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आशा डिमरी ने कहा कि पिछले दस वर्ष से भरदार पेयजल योजना का निर्माण चल रहा है। लेकिन अभी तक योजना से जलापूर्ति नहीं हुई है। फेज-टू का निर्माण कार्य भी शुरू नहीं हुआ है। पेयजल योजना पर हुए घटिया निर्माण कार्य की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता की मांगें पूरी न हुई तो उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा।
भरदार जन विकास मंच के अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद डिमरी ने कहा कि 2006-07 में भरदार पेयजल योजना स्वीकृत हुई थी। 2010-11 में उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम ने निविदाएं निकाली और 2012-13 में निर्माण कार्य शुरू हुआ। पेयजल योजना से भरदार की 52 तोकों में पेयजल सप्लाई होनी थी। विभाग ने अभी तक योजना पर 25 करोड़ 44 लाख रुपए खर्च कर दिए गए हैं। इसके बावजूद पानी की एक बूंद भी नसीब हो पाई है। फेज टू के लिए सात करोड़ का आगणन भेजा गया है। जिसकी स्वीकृति अभी तक नहीं मिली है।
प्रधान सौंदा राकेश नौटियाल, प्रधान खरगेड़ कल्याण पुंडीर, प्रधान सेमलता उर्मिला बिष्ट, प्रधान दरमोला सान्तु लाल, प्रधान पपडासू विमल चौहान, प्रधान भ्युता मनीष जोशी, प्रधान रतनपुर नवीन सिंह, प्रधान घेघड़ गुड्डी देवी, उप प्रधान धनीराम डिमरी, पूर्व प्रधान शूरवीर रावत ने कहा कि भरदार के दो दर्जन गांव आज भी यातायात सुविधा से महरूम हैं। सड़क के अभाव में ग्रामीणों को मीलों पैदल चलना पड़ता है। कभी वन भूमि तो कभी विवाद की वजह से सड़कों का काम अधर में लटकाया जा रहा है। सड़क न होने से बीमार लोगों को अस्पताल पहुँचाने में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पानी की समस्या के कारण ग्रमीण पलायन करने को मजबूर हो गए हैं।
जनप्रतिनिधियों ने कहा कि भरदार क्षेत्र की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यहां के विकास के किये सभी एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे। सरकार जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल-हर घर जल योजना संचालित कर रही है। इसके तहत गांवों में नल तो लगाए जा रहे हैं, लेकिन पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। बिना पानी के नल सूखे हुए हैं। संचार क्रांति के इस युग में आज भी भरदार के ग्रामीण संचार सेवा से वंचित हैं। लंबे समय से ग्रामीण मोबाइल टॉवर की मांग कर रहे हैं।
वहीं उत्तराखंड क्रांति दल ने भी आंदोलन को पूर्ण समर्थन दिया। दल के केंद्रीय सचिव गजपाल रावत, केंद्रीय प्रवक्ता देवेंद्र चमोली, जिलाध्यक्ष राजेन्द्र नौटियाल, महामंत्री भगत चौहान, उपाध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि राज्य बनने के बीस वर्षों बाद भी जनता मूलभूत सुविधाओं से महरूम है। क्रांति दल जनता से जुड़े हरेक आंदोलन में साथ है।
इस मौके पर श्रवण सिंह महर, जसोधर सेमवाल, जीतराम डिमरी, मनोज डिमरी, प्रेम पंवार, वीरेंद्र बर्त्वाल, रजनीश सकलानी, नवीन रावत, कमला देवी, सरोज देवी, महावीर डबराल, ऋतिक बुटोला, संजय राणा, प्रधान प्रतिनिधि रमेश पंवार, सुनील बिष्ट, सुनील डिमरी, सुनील नौटियाल, राकेश बिजल्वाण, लक्ष्मण बिजल्वाण, प्रेम सिंह बिजल्वाण, भूपेंद्र रावत, संदीप पुंडीर, उम्मेद पंवार, अमर सिंह, मदन लाल, जगदीश पंवार, पप्पू सिंह, वीर सिंह, दिग्पाल राणा सहित सैकड़ों की संख्या में स्थानीय जनता मौजूद थी। कार्यक्रम का संचालन भरदार जागरूकता मंच के अध्यक्ष सुबोध नौटियाल ने किया।