मसूरी छावनी परिषद लाल टिब्बा के पास जंगलो में लगी आग, डीएफओ मसूरी अमित कंवर ने संभाली कमान, उतरे ग्राउंड पर, 8 घंटे बाद आग पर पाया गया काबू
सुनील सोनकर
देहरादून। पहाड़ों की रानी मसूरी में छावनी परिषद के लाल टिब्बा क्षेत्र के जनआबादी वाले क्षेत्र के पास एक जंगलों में भीषण आग लग गई जिससे लोगों में हड़कंप मच गया। जंगल में आग लगने की सूचना मिलने पर डीएफओ मसूरी अमित कंवर के नेतृत्व में वन विभाग कीे तीन टीम मौके पर पहुंची और जंगल में लगी आग पर काबू पाने की कोशिश की गई। डीएफओ मसूरी अमित कंवर ग्राउंड जीरो पर उतरकर वन विभाग के कर्मचारियों के साथ आग को बुझाने का प्रयास करते हुए देखे गए। डीएफओ मसूरी अमित कंवर ने बताया कि मसूरी छावनी परिषद का क्षेत्र उनके जूरिडिक्शन में नहीं आता है परंतु उसके बाद भी आग लगने की सूचना पर वह अपने टीम के साथ मौके पर पहुंचे और वन में लगी आग पर काबू पाने की कोशिश की गई । उन्होने कहा कि करीब 8 घंटे की मषक्कत के बाद जंगल में लगी आग पर काबू पाया गया। उन्होंने कहा कि प्रथम दृश्टा छावनी परिषद के निचले इलाकों में गांव है और संभवत किसी व्यक्ति द्वारा गांव के जंगल में आग लगाई गई है जिसके तेज हवाओं के साथ आग जंगल में फैलती गई और देखते-देखते जंगल का एक बड़ा भाग आग की चपेट में आ गया। उन्होने कहा कि आग लगने से वनसंम्पदा को भारी नुकसान पहुचा है परन्तु किसी प्रकार की जनहानि नही हुई। उन्होने कहा कि जंगल में आग लगने से चिडिया और जगली जानवर काफी प्रभावित होते है। उन्होंने कहा की छावनी परिषद में बसे कीमती देवदार के पेड़ है और यह भी देखा गया है कि कल कुछ सामाजिक तत्वों द्वारा कई कीमती बेश कीमती देवदार के पेड़ को काटा भी गया है उन्होंने कहा कि उनके द्वारा छावनी परिषद के सीईओ से वार्ता कर छावनी क्षेत्र की जंगलों की सुरक्षा करने के लिए कहा जाएगा वहीं जिस तरीके से बेष कीमती पेड़ों को काटा जा रहा है उस पर भी छावनी परिशद के अधिकारियों क ेसाथ मिलकर कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा कि पूरे मामले को उच्च अधिकारियों के भी संज्ञान में लाया जायेगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोई भी जंगल में आग ना लगाये वह पकडे जाने पर उनके खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्यवाही की जायेगी। इस मौके पर वन विभाग के रेंजर एसपी गैरोला, डिप्टी डेंजर जगजीवन राम के साथ कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।