तेज ओलावृष्टि होने के कारण नगदी फसलें क्षतिग्रस्त किसानों ने लगाई प्रशासन से मुआवजे की गुहार
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विरेन्द्र वर्मा
कैम्पटी / जहाँ एक तरफ कोरोना का कहर बडी तीव्रता के साथ पैर पसार रहा है जिससे लोगों की आजीविका चलाना भी मुश्किल हो चुका है वहीं दूसरी ओर भारी आंधी ,तूफान ओलावृष्टि होने के कारण किसानों की नकदी फसलें नष्ट हो गई। आपको बता दें कि उत्तराखण्ड में आज दोपहर बाद मौसम ने फिर करवट बदली जिसमें टिहरी जनपद के विकासखण्ड जौनपुर के अंतर्गत रौतू की बेली में तेज ओलावृष्टि होने के कारण अनेक स्थानों पर नगदी फसल क्षतिग्रस्त हो गई है।किसानों पर मौसम का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन तेज हवाओं के साथ हो रही बारिश और ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया है। इससे काश्तकारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। आपको बता दें कि इस वर्ष पहले ही सूखे पड़ने के कारण गेहूँ,मटर सहित अनेक फसलें बर्बाद हो गई थी साथ ही अत्यधिक ओलावृष्टि के कारण आलू ,मटर, गोभी, खुमानी, सेब,आडू, पूलम, आम सहित अनेक नगदी फसलें बर्बाद हो गई है।जिससे ग्राम पंचायत रौतू की बैली के प्रधान भाग सिंह भण्डारी, व सामाजिक कार्यकर्ता दीपेंद्र रावत ने सरकार से उचित मुआवजे की माँग की है। वहीं धनोल्टी उप जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया है कि जल्द ही राजस्व उप निरीक्षक द्वारा ओलावृष्टि से क्षति हुई फसलों का मुयावना करवाया जायेगा।