यहां आकर देखिए पैसे की बर्बादी किसे कहते हैं
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
विनोद धीमान
जी हां लगभग ₹60 करोड़ की लागत से 18 किलोमीटर लंबे लक्सर-रुड़की राजमार्ग के चौड़ीकरण की यह तस्वीरें बयां कर रही है, पैसे की बर्बादी का नमूना, यह तो बस एक झांकी है। बनने से पूर्व ही यह सड़क जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने लगी है। मार्ग के अनुबंध की नियम शर्तों को ताक पर रखकर सरकारी धन की हो रही बंदरबांट। बताते चलें कि इस मार्ग के निर्माण में निकट ही सोलानी नदी से भयंकर मात्रा में अवैध खनन कर बालू का प्रयोग किया गया है। जबकि यह रेत मूल्य देकर लगाया जाना था। जिसमें करोड़ों का घोटाला किया गया है परंतु इस मार्ग निर्माण के जिम्मेदारअधिशासी अभियंता, अधीक्षण अभियंता, मुख्य अभियंता यह सब अधिकारी गांधी के बंदर बनकर रह गए हैं। या कहे कि इस मार्ग का सुदृढीकरण कर रही कार्यदायी संस्था इन्हें चांदी के जूते पर नचा रही है। बेलगाम अफसरशाही के भ्रष्टाचार की बेशर्मी का यह कत्थक नृत्य खुलेआम किया जा रहा है। क्या राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण इस निर्माणाधींन हाईवे पर हो रही सरकारी धन की बर्बादी पर तुरंत ध्यान देगा? हम मांग करते हैं कि इस मार्ग पर अब तक किये गए कुल कार्य की थर्ड पार्टी जांच कराई जाए और जब तक जांच पूरी न हो जाए तब तक ठेकेदार को किये जाने वाले भुगतान पर तत्काल प्रभाव से रोक लगायी जाए। ओर दोषी अधिकारियों पर केस दर्ज किया जाए।