पुलिस ने बंद कराई पेंटागन मॉल के पास की अस्थाई दुकानें
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अमित अरोरा
सिडकुल थाना क्षेत्र में स्थित पेंटागन मॉल को लॉकडाउन के बाद आज फिर एक बड़ा झटका लगा है। मॉल परिसर में लगी 20 अस्थायी दुकानों को पुलिस ने बंद करा दिया है। दुकानो के बंद होने का कारण अभी पूण रूप से स्पष्ट नही हुआ है।लेकिन सूत्रों की अगर माने तो मौके पर पहुँची पुलिस को दुकानदार न तो अपनी इन दुकानों की परमिशन दिखा पाए और न ही अग्निशमन की NOC ।
जो निकट बैठे प्रसाशन को सीधे सीधे चुनौती देते दिख रहे थे।
हरिद्वार शहर के रोशनाबाद सिडकुल स्थित पेंटागन मॉल मंदी के कारण दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मॉल में मंदी का एक कारण यह भी है कि मॉल हरिद्वार शहर से लगभग आठ से दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है,ओर इतना ही नही मॉल से अलग और शहर के नजदीक बड़े बड़े व सस्ते शॉपिंग कॉम्प्लेक्स खुल चुके है। मॉल में ग्राहक ना आने के कारण बहुत सी दुकाने बन्द हो चुकी है।सूत्रों की अगर बात करे तो मॉल मैनेजमेंट दुकानदारो को मॉल की बड़ी इमारत दिखा कर लुभाने के असफल प्रयास भी कर रहा है,परन्तु जब कोई दुकानदार अपनी दुकान लगा लेता है तो सच्चाई दो चार दिन में ही सामने आ जाती है।जिस कारण दुकानदार अपना माथा पीटते नजर आते है।इतना ही नही मॉल में सुचारू ग्राहक न होने के कारण बहुत से दुकानदारों ने वहां से दुकाने खाली कर निकलने में ही भलाई समझी।दूसरी ओर मॉल मैनेजमेंट के द्वारा ग्राहकों को लुभाने के लिए नए नए तरीके अपनाए जा रहे है।जो कही से कही सफल होते नही दिख रहे।आपको बता दें कि इसी के चलते बीती 25 नवम्बर को लगभग 20 अस्थाई दुकाने बनाई गई थी। लेकिन सूत्रों से प्राप्त जानकारी में पता चला कि मॉल प्रबंधक या मैनेजमेंट के द्वारा किसी भी प्रशासनिक अधिकारी या संबंधित थाने को इन अस्थाई दुकानों कि सूचना तक नही दी गई। जब आज ये पूरा मामला उपजिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान के संज्ञान में आया तो उनके द्वारा तत्काल प्रभाव से इसकी जानकारी संबंधित थाना सिडकुल को दी और ये दुकाने किसकी परमिशन से लगी है इसकी जांच के लिए निर्देशित भी किया गया।
सिडकुल थाने से आई पुलिस टीम के द्वारा जब मॉल में लगी दुकानों की परमिशन मेला संचालक से मांगी गई तो मेला संचालक द्वारा किसी प्रकार की परमिशन नहीं दिखाई गई जिस कारण पुलिस के द्वारा दुकानों को तुरंत बंद करा दिया गया। हालांकि मॉल में लगी इन दुकानों कि सही जानकारी न तो मॉल प्रबंधक दे पा रहा है और न ही मेला संचालक। देखना यह होगा कि मॉल में लगी दुकानों की परमिशन नहीं है तो इस पर प्रशासनिक अधिकारी द्वारा क्या कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इतना कहना गलत नही होगा कि यहां सारा का सारा खेल प्रसाशन की आंखों में धूल झोंक कर ही खेला जा रहा था।जानिए क्या कहते है पेंटागन मॉल के प्रबंधक रवीश त्यागी
मॉल पर प्रशासन की कार्यवाही के बाद प्रबंधक रवीश त्यागी का कहना है कि मॉल में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, जिसमे लगभग अस्थायी रूप से 20 दुकाने लगाई है। पुलिस द्वारा कार्यवाही पर उन्होंने सफाई देते हुए बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से अवकाश पर थे जिस कारण उनके द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों या उनके कार्यालय में कोई दस्तावेज जमा नही कराये गए है।उन्होंने ये भी बताया की सोमवार को सभी दस्तावेज संबंधित थाना और प्रशासनिक अधिकारियों को दे दिए जाएंगे।