शिव महापुराण कथा से पूर्व कलश यात्रा का आयोजन
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पंकज राज
हरिद्वार: श्री ज्ञानपीठ शिव मंदिर समिति सेक्टर 1 भेल द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा से पूर्व एक भव्य कलश यात्रा यात्रा का आयोजन किया गया।
कथा व्यास पंडित अनुराग कृष्ण शास्त्री ने कहा कि यह कथा देवों की नहीं है बल्कि देवों के देव महादेव की कथा है। भगवान शंकर को सावन मास बहुत अधिक प्रिय होता है क्योंकि आजकल भगवान विष्णु सोए हुए होते हैं तथा सृष्टि का संचालन भगवान शिव के हाथों में रहता है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में जन्म लेने वाला व्यक्ति भाग्यशाली और पुण्य आत्मा वाला होता है। सावन मास में भगवान शंकर अपने ससुराल कनखल में रहते हैं। कलश यात्रा का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने सिर पर गंगाजल का कलश रखकर दो कदम चलता है उसे अश्वमेध यज्ञ के बराबर फल की प्राप्ति होती है। जब यह कलश भगवान के समक्ष पूरी कथा में रखा जाता है तो कथा सुनने के लिए जल के अंदर सभी देवता जाकर बस जाते हैं तथा यह जल अमृत तुल्य हो जाता है।
समिति के सचिव बृजेश कुमार शर्मा ने बताया कि कथा का शुभारंभ 8 अगस्त से होगा तथा 16 अगस्त को कथा विराम लेगी। कथा का समय सांयकाल 4:00 से 8:00 बजे तक रहेगा। कथा के दौरान कोविड-19 के नियमों का पूर्णतया पालन किया जाएगा। कथा के यजमान अशोक सिंघल व नीता सिंगल होंगे और कथा में सचिव विजय शर्मा दल सिंगार राकेश मालवीय आदित्य गहलोत सरोज सुमन रेनू तेज प्रकाश नितिन आदि सैकड़ों महिलाएं शामिल रही।