महंगाई और बेरोजगारी ने तोड़ रखी है जनता की कमर : हरीश रावत
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
पीयूष चौहान
हरिद्वार : महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के विरोध में उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत पूरे प्रदेश में पदयात्रा निकाल रहे हैं। हरीश रावत ने बृहस्पतिवार को हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा में पदयात्रा निकाल विरोध जताया। लालढांग क्षेत्र में निकाली गई इस पदयात्रा में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।
इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को लेकर ये पदयात्रा है और पूरे उत्तराखंड में ये पदयात्रा निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार के खिलाफ किसानों में भारी आक्रोश है। साथ ही उन्होंने कहा कि महंगाई ने लोगों की कमर को तोड़कर रख दिया है। बेरोजगारी इतनी बढ़ गई है कि लोगों के पास काम नहीं है। विकास बंद पड़ा है और इसका खामियाजा वर्तमान सरकार को आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ेगा। वहीं दूसरी ओर अनुपमा रावत ने कहा कि हमारी पार्टी की सरकार बनने के बाद निरन्तर विकास कार्य को आगे बढ़ाएगी और युवाओं को रोजगार भी देगी। दूसरी ओर लालढांग से कांग्रेस पार्टी से प्रदेश महासचिव श्रुति लखेड़ा ने बताया कि प्रदेश में भाजपा की सरकार ने पिछले 10 साल बीत जाने पर कोई भी ऐसा विकास कार्य नहीं किया है कि जिस की तर्ज पर यह कहा जा सके कि हमारे क्षेत्र में विकास हुआ है। लालढांग की जनता को हमेशा ठगा गया है और इस बार हम ऐसा कतई नहीं होने देंगे। इस बार लालढांग से अच्छे वोटों की गिनती से हम कांग्रेस के प्रत्याशी को विजई बनाएंगे तथा भारतीय जनता पार्टी की सरकार को हराने का काम करेंगे ताकि जिससे हमारे आने वाले दिनों को अच्छे दिनों में गिना जा सके और लालढांग की दिशा और दशा में कोई सुधार आ सके जिसके लिए हम प्रयासरत हैं और घर घर जाकर पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्य कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस पदयात्रा में श्रुति लखेड़ा के प्रयासों से पद यात्रा को सफल बनाने में लालढांग की जनता ने भरपूर साथ दिया जिसके लिए उन्होंने लालढांग की जनता तथा कांग्रेस पार्टी के प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त किया।
पदयात्रा में उनके साथ पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, धर्मेंद्र चौधरी, हनीफ अंसारी, साधु राम चौहान, शैलेंद्र पाठक, हकीमुल्लाह उस्मानी, पूर्व ग्राम प्रधान प्रताप सिंह लिगवाल, दीपक जखमोला, सुरेंद्र सिंह नेगी, जगमोहन सिंह आर्य, राजवीर सिंह चौहान, शमशेर सिंह भड़ाना, नंद लाल पाल, टीकाराम, शकुंतला देवी, परमजीत सिंह,तरुण व्यास आदि शामिल रहे।