जीवन को है जल की तलाश कहीं लोग पी रहे हैं बिसलेरी तो कहीं लोगों की पिछले 6 दिन से नहीं बुझी है प्यास
पीयूष चौहान
चौखुटिया (अल्मोड़ा) : अभी गर्मी अपने पूरे तेवर में नहीं आई है, लेकिन प्रदेश के कई इलाकों में जल संकट गहरा गया है. यहां एक बार फिर पीने के पानी के लिए लोगों का संघर्ष शुरू हो चुका है. नलजल योजना, ग्रामीण पेयजल योजना जैसी तमाम जन कल्याणकारी मुहिम होने के बावजूद भी पानी की कमी से आज प्रदेश के कई इलाके जूझ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है अल्मोड़ा से जहां पिछले छः दिनों से पानी की एक एक बूंद के लिए लोग तरस रहें है।दरअसल रामगंगा नदी पर बने अखेती पंप हाउस में लगे मोटर की मरम्मत के बाद योजना से जुडे अधिकांश क्षेत्रों में चौथे दिन से पेयजल की आपूति शुरू हो गई थी परंतु ग्राम पंचायत नागाड़ में छह दिन बाद भी पेयजल आपूर्ति ठप है। हालात यह है कि लोगों ने स्टेंड पोस्ट पर पेयजल के इंतजार में अपने स्कूली बच्चों को बैठाया है जो किताबें लेकर बैठे हैं। इधर अखेती पंप हाउस की मोटर शनिवार को फिर फुंक गई है।विभागीय लापरवाही व आए दिन मोटरों के खराब होने आदि कारणों से पैदा हुए पेयजल संकट से छुटकारा नही मिल पा रहा है। अखेती पंप हाउस में लगे मोटर की मरम्मत के बाद हालांकि योजना से जुड़े अधिकांश गावों में चौथे दिन शुक्रवार को पेयजल की आपूूर्ति शुरू हो गई थी। परंतु ग्राम पंचायत नागाड़ में छह दिन बाद भी पानी नही पहुंचा है।गांव के नौले सूख चुके हैं जबकि गांव में बने हैंडपंपों का पानी पीने योग्य नही है। ऐसी स्थिति ग्रामीण दो किमी दूर रामगंगा नदी से पानी लाकर किसी तरह प्यास बुझा रहे हैं। पेयजल संकट से जूझ रहे नागाड़ के ग्रामीण कृषि कार्य में व्यस्त हैं ऐसी स्थिति में उन्होंने अपने बच्चों को पानी के इंतजार में स्टेंड पोस्ट पर बैठाया है।
गांव के माही, मीनाक्षी, हेमा, खुशबु, ईश्वर, यश, योगेश, सौरभ, धीरज व माही आदि बच्चों ने बताया कि पानी का लंबा इंतजार करना पड़ रहा है इसलिए वे अपनी किताबें भी साथ लाए हैं। उनका कहना है कि नलों में पानी आने पर वे इसकी सूचना अपने परिजनों को देंगे। जिसके बाद परिजन पानी भरकर ले जाऐंगे। इधर ग्राम प्रधान दिनेश मनराल का कहना है कि गांव के लोग तमाम तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं पेयजल संकट ने लोगों को रूलाकर रख दिया है। हमने शनिवार को पेयजल की वैकल्पिक व्यवथा के लिए टेंकर भेजने का आग्रह किया था संबंधित जेई द्वारा बताया गया कि शनिवार को उनके पास चालक नही है ऐसी स्थिति में हम क्या करें किससे कहें l