शिवालिक वन प्रभाग के अन्तर्गत 12 सितम्बर से 16 सितम्बर 2022 तक चीता के महत्व और भारत में इसके पुनः परिचय के बारे में कॉलेज/स्कूल में जागरूकता बढाये जाने हेतु कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
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स्कूलों में विलुप्त हो रहे चीता के महत्व और सरकार द्वारा किए जा रहे पुनर्वास प्रयास के बारे में जानकारी देकर हुआ जनजागरूकता कार्यक्रम
सहारनपुर, दिनांक 13 सितम्बर, 2022 (सू0वि0)।
शिवालिक वन प्रभाग के अन्तर्गत 12 सितम्बर से 16 सितम्बर 2022 तक चीता के महत्व और भारत में इसके पुनः परिचय के बारे में कॉलेज/स्कूल में जागरूकता बढाये जाने हेतु कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इसी क्रम में आज बडकला रेंज में ग्लोकल पब्लिक स्कूल, बादशाहीबाग में प्रभागीय वनाधिकारी सुश्री श्वेता सैन, क्षेत्रीय वन अधिकारी, बडकला, श्री आर0पी0ध्यानी, स्थानीय ग्रामीण, विभागीय कर्मचारियों, अध्यापकों की उपस्थिति में जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शिक्षक, शिक्षिकाओं, छात्र, छात्राओं को चीता के महत्व व पुनः परिचय के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया।
भारत में विलुप्त हो चुका चीता अब जल्द ही भारत में दिखाई देगा, चीता विलुप्त होने के कारण सरकार देश में चीता के दोबारा पुनर्वास हेतु कार्य रही है। सरकार की तरफ से दक्षिण अफ्रीका से चीता लाकर मध्य प्रदेश के कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान (Kuno National Park) में छोडा जायेगा। चीता दुनिया का सबसे तेज दौडने वाला जानवर है, जो कि लगभग 120 कि0मी0 प्रति घंटे की रफ्तार से दौड सकता है।
इसी प्रकार मोहण्ड रेंज के अन्तर्गत दून प्राइड पब्लिक स्कूल एवं इण्टर कॉलेज सुन्दरपुर टांको में श्री राकेश चन्द्र यादव, उप प्रभगाीय वनाधिकारी, शिवालिक वन प्रभाग, सहारनपुर, श्री एम0के0बलोदी, क्षेत्रीय वन अधिकारी, मोहण्ड, श्री विक्रम सिंह तोमर, सलाहकार, डब्लू0डब्लू0एफ0 व श्री सिद्धान्त सलाहकार, डब्लू0डब्लू0एफ0 की उपस्थिति में चीता के महत्व व इनके पुनः परिचय के बारे में जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजन किया गया। इस
कार्यक्रम के तहत परिचर्चा एवं जागरूकता बढाये जाने हेतु स्कूलो में वाद-विवाद प्रतियोगिता, भाषण, चित्रकला, रंगोली व चीता पर आधारित प्रश्नो0त्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई
रिपोर्ट प्रमोद कुमार दैनिक प्रधान टाइम