देहरादून ऋषिकेश में कर चोरी का काम धड़ल्ले से चल रहा है अधिकारी क्यों कार्रवाई नहीं करते
देहरादून रेलवे स्टेशन फर्जी नाम फर्जी आधार कार्ड आईडी पर दिल्ली लुधियाना अन्य नगरों से बिना लिखित वह बिना इ वे बिल पर माल माल कर चोरी का प्रतिदिन 50 लाख से अधिक का कर चोरी का माल कर चोर अधिकारियों के मिलीभगत से बिना रोक-टोक के रेलवे परिसर से बार बिना कोई कर दिए निकाल लिया जाता है दिल्ली से देहरादून मंसूरी एक्सप्रेस वे शताब्दी एक्सप्रेस से देहरादून प्लेटफार्म पर अनलोड होता है कर चोरी का माल पार्सल पैकेज में था प्राइवेट एस एल आर से मंगवाए जाता है यह सब वाणिज्य अधिकारियों की देखरेख में होता है सचल दल असिस्टेंट कमिश्नर सचल दल कर चोरी कर चोरी का माल रोक ले इस दशा में रोक ले उस दशा में कर चोरों ने दिल्ली की फर्जी फर्मो के बिल दिखाकर माल को डी सी एस तथा ए डिस्टेंट कमिश्नर एस टी एफ की देखरेख में बिना फार्मो की जांच किए माल छुड़वा दिया जाता है क्योंकि इस काम में एस टी ऐफ तथा असिस्टेंट कमिश्नर एस टी एफ के अधिकारी ही चलवा रहे हैं रेलवे नियम के अनुसार माल के बिल माल की बुकिंग के समय फॉरवर्डिंग नोट के साथ लगाया जाता है फॉरवर्डिंग नोट पर भेजने वाली पार्टी का नाम लिखना अनिवार्य होता है लेकिन आर आर फर्जी नाम बातों पर बनवा के फर्जी नाम व पते आधार पर बनवा कर फर्जी आदमी के हस्ताक्षर माल की डिलीवरी लेता है लेकिन एस टी एफ के अधिकारी की मिलीभगत होने के कारण बिना रोक-टोक के काम चलता रहता है एस टी एफ के अधिकारियों ने कभी भी प्राइवेट एस एस आर के प्रांतों की जांच नहीं की क्योंकि एल आर मैं पूरे माल की एक आर आर बनती है पूरे एस एल आर का एक ही ई वे बिल उसी नाम से बनता है जिसको एसएलआर का आवंटन रेलवे विभाग ने किया होता है लेकिन एस टी एफ के अधिकारी और सचल दल के अधिकारी रेलवे कर अपवचको की मिलीभगत से ए सी एस वित्त सचिव व कमिश्नर कर तथा वित्त मंत्री तथा मुख्यमंत्री उत्तराखंड की नाक के नीचे देहरादून रेलवे स्टेशन से आयातित माल पर कर चोरी बड़े आराम से राज्य कर अधिकारी करवा रहे हैं रुड़की हरिद्वार कर चोरी के काम रेलवे से बंद है।आखिर क्या कारण है कमायू में हरिद्वार रुड़की मैं काम रेलवे से बंद है फिर देहरादून ऋषिकेश में कर चोरी का काम धड़ल्ले से चल रहा है।
दैनिक प्रधान टाइम्स
दीपक राणा मंडल प्रभारी