महात्मा नारायण स्वामी की 157 वी जयंती पर स्वामी महात्मा नारायण ग्रंथावली पुस्तक का हुआ विमोचन
महात्मा नारायण स्वामी की 157 वी जयंती पर स्वामी महात्मा नारायण ग्रंथावली पुस्तक का हुआ विमोचन
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मनीषा सूरी /अविरल चौहान
हरिद्वार।आर्य वानप्रस्थ आश्रम ज्वालापुर हरिद्वार के प्रधान दिनेश कुमार पांडे ने बताया कि पूजनीय महात्मा नारायण स्वामी की 157वी जयंती के अवसर पर तीन दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। प्रथम चरण में 21 कुंडी हवन का यज्ञ के ब्रह्मा गुरुकुल कांगड़ी के डॉ योगेश शास्त्री ने आश्रम के प्रांगण में भव्य आयोजन किया। आर्य जगत के प्रसिद्ध भजन सम्राट दिनेश पथिक के भजनों का साधक -साधिका एवं अन्य लोगों ने आनंद लिया। मुख्य अतिथि के रूप में दिनेश चंद शास्त्री कुलपति गुरुकुल आश्रम में उपस्थित थे। मुख्य अतिथि ने स्वामी महात्मा नारायण ग्रंथावली पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा आर्य वानप्रस्थ आश्रम की स्थापना पूजनीय महात्मा नारायण स्वामी ने की थी। वह बहुत बड़े संत थे। और बहुत अच्छे लेखक के रूप में विख्यात थे। उनकी लिखी हुई पुस्तकों को एकत्र कर व जिल्दसाजी करकर आज उनकी ग्रंथावली का लोकार्पण हुआ है। उन्होंने कहा लेखनी और प्रवचन कभी समाप्त नहीं होने चाहिए, तभी सनातन धर्म का उद्धार हो सकता है। कुछ समय पहले हम लोगों ने इस परंपरा को खत्म कर दिया था, लेकिन स्वामी दयानंद ने पुनः जागृत करने के लिए बहुत प्रयास किया है। महात्मा नारायण स्वामी ने उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया है। वृंदावन, आश्रमों की स्थापना की है, तथा गंभीर पुस्तकों का लेखन किया है। मुख्य अतिथि दिनेश चंद्र शास्त्री ने अपने शब्दों को विराम देते हुए कहा कि महात्मा नारायण स्वामी के साहित्य को आगे लेकर जाएं। इस अवसर पर अतिथि ज्वलंत शास्त्री, जयेंद्र शास्त्री, मीडिया प्रभारी संगीता भारद्वाज, मंत्री सविता शर्मा, उप प्रधान निर्मल सचदेवा, कोषाध्यक्ष अनिल शर्मा, बहन जितेंद्री, आचार्य कृष्ण देव, उप मंत्री शोभा छाबड़ा, पृथ्वीराज गुप्ता, ब्रज किशोर शर्मा, लक्ष्मी नारायण, महेंद्र पाल आदि लोग उपस्थित रहे।