डॉ. रवीन्द्र सैनी को अंग्रेजी साहित्य में राष्ट्रीय स्तर पर मिली बड़ी पहचान
सचिन शर्मा
देहरादून। राज्यसभा सांसद नरेश बंसल के प्रदेश स्तर पर शिक्षा प्रतिनिधि एस.जी.आर.आर.इंटर कॉलेज सहसपुर के प्रधानाचार्य डॉ. रविंद्र कुमार सैनी को अंग्रेजी साहित्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी पहचान मिली है। "नेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड" मे उनकी अद्भुत, अद्वितीय शैली में लिखे गए अंग्रेजी काव्य संग्रह "फ्रॉम द कोर ऑफ हार्ट" को शामिल किया गया है। डॉ रविंद्र कुमार सैनी के द्वारा भारत की राजनैतिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, गायन ,खेल, फिल्मी जगत क्षेत्रों की कुछ चुनिंदा विशिष्ट महान हस्तियों के नाम के प्रत्येक अक्षर से अंग्रेजी में कविताएं लिखी गई हैं। डॉ. सैनी लगभग 200 व्यक्तियों से अधिक महान हस्तियों के ऊपर अंग्रेजी में इस शैली में कविताएं लिख चुके हैं। नाम के प्रत्येक अक्षर से आज तक किसी भी लेखक/कवि ने हिंदी अथवा अँग्रेजी मे ऐसी विचित्र शैली में कविताएं नहीं लिखी हैं। इस विशेषता को नेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड के एडिटोरियल बोर्ड के द्वारा अद्वितीय पाया गया है। नेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड के एडिटोरियल बोर्ड ने डॉ. रविंद्र सैनी के इस काव्य संग्रह को चयनित करते हुए उनकी इस उपलब्धि और प्रयास की सराहना की है। नेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड के एडिटोरियल बोर्ड ने डॉ रविंद्र सैनी के इस काव्य संग्रह को "द बेस्ट" के रूप में चयनित किया है। डॉ. सैनी के द्वारा डॉ. अब्दुल कलाम, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, स्वर कोकिला लता मंगेशकर, महान कलाकार अमिताभ बच्चन, डॉ सुब्रमण्यम स्वामी, लालकृष्ण आडवाणी, अनूप जलोटा, किशोर कुमार ,रस्किन बॉन्ड, श्री श्री रविशंकर, चिदानंद मुनि महाराज, मोरारी बापू ,साइना नेहवाल, फोगट सिस्टर्स, अभिनेत्री रेखा, तीलू रौतेली, गौरा देवी, डॉ प्रणव पंड्या जैसी हस्तियों के नाम के प्रत्येक अक्षर से उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को कविता के रूप में परिभाषित किया है। डॉक्टर सैनी की इस अंग्रेजी लेखन शैली की प्रशंसा बिग बी अमिताभ बच्चन, शत्रुघ्न सिन्हा, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भजन सम्राट पदम श्री अनूप जलोटा तथा अनेक आई.ए.एस अधिकारी लिखित रूप में कर चुके हैं। इस बड़ी उपलब्धि के लिए डॉ. सैनी को शिक्षा तथा साहित्य जगत से अनेक लोगों की शुभकामनाएं और बधाइयां प्राप्त हुई हैं। डॉ. सैनी का कथन है कि ऐसे पुरस्कारों से उनको और अधिक लिखने की प्रेरणा प्राप्त होती है। आज "नेशनल बुक ऑफ रिकार्ड" के द्वारा डा.सैनी को इस उपलब्धि का प्रमाणपत्र जारी किया गया।