भगवान राम ने पेश किया मर्यादा की पराकाष्ठा पर खरा उतरने का उदाहरण : स्वामी चेतनानंद
शिव प्रकाश शिव
हरिद्वार,25 मार्च। कनखल स्थित सतगुरु ओम आश्रम में श्री राम कथा के आयोजन के अवसर पर बोलते हुए आह्वान अखाड़े के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री महंत स्वामी चेतनानंद जी महाराज ने कहा भगवान राम संपूर्ण विश्व में मर्यादा की पराकाष्ठा पर खरा उतरने का एक जीता जागता उदाहरण है भगवान हरि ने भगवान राम के रूप में धरती पर अवतरित होकर श्री राम के रूप में मर्यादा की एक पराकाष्ठा समाज विश्व एवं संपूर्ण संसार के सामने उदाहरण पेश किया है उन्होंने सब कुछ जानते हुए भी सर्व ज्ञाता होते हुए भी स्वय धरती पर अवतरित होकर राक्षसों का अंत किया माता आज्ञा पिता आज्ञा गुरु आज्ञा समाज आज्ञा का एक जीता जागता उदाहरण विश्व के सामने प्रस्तुत किया वे सब कुछ जानते थे फिर भी समाज का मान रखने के लिए उन्होंने माता वैदेही माता सीता की अग्नि परीक्षा ली उन्होंने सब कुछ जानते हुए भी समाज में हो रही अनर्गल बातों को शांत करने समाज आज्ञा का जीता जागता उदाहरण माता वैदेही को वन जाने की आज्ञा दी लेकिन यह समाज इतना निष्ठुर है इतना कठोर है की एक दिन धरा पर अवतरित होने वाले देवी देवता भी इसकी अनर्गल बातों से तंग हो जाते हैं अतः माता वैदेही को अपना जीवन धरा को समर्पित करना पड़ा लेकिन उन्होंने और भगवान राम ने समाज में अवतरित होकर सनातन धर्म की परंपराओं को और अधिक प्रबल करते हुए उनका मान रखते हुए उन्हें कभी आहत नहीं होने दिया भगवान राम माता सीता समाज के सामने एक ऐसी सनातन परंपरा की नींव रख अपने परमधाम गए जिसे आज संपूर्ण विश्व मानने के लिए विवश है संपूर्ण विश्व सनातन धर्म के परंपराओं को अपनाने के लिए आतुर है।