क्रिकेट के मैदान में दोबारा उतरने को बेताब निक्की शर्मा आजाद
हितेश चौहान
हरिद्वार जिले के ग्राम रोहालकी किशनपुर से एक नवयुवक की प्रतिभा सामने आ रही है। इस नवयुवक का नाम निक्की शर्मा आजाद बताया जा रहा है।
सूत्रों के हवाले से खबर है बेहद कम उम्र में निक्की शर्मा आजाद क्रिकेट के बड़े शौकीन थे और उन्होंने बेहद कम उम्र में ही क्रिकेट समझना और खेलना शुरू कर दिया था लेकिन स्थिति परिस्थितियां दयनीय होने के कारण अपना क्रिकेट उन्हें ड्रॉप करना पड़ा परिस्थितियों को पछाड़कर 8 साल बाद फिर मैदान में उतरने को बेकाबू है क्रिकेट की दुनिया के अद्भुत कला रखने वाले निक्की शर्मा आजाद का कहना है वह देश के लिए खेलना चाहते हैं और टीम में जगह बना कर एक नया कीर्तिमान स्थापित करना चाहते हैं और भारत वर्ष को सन्देश देना चाहते हैं कि शिने में जनून हो तो जिंदगी की जंग कहीं से भी जीती जा सकती है अगर लक्ष्य पाने में वह कामयाब हुए तो उनकी बायोग्राफी से अन्य बच्चों को भी मार्गदर्शन मिलेगा जो छोटी-छोटी स्थिति परिस्थितियों में कुछ कर दिखाने की बजाय आत्महत्या कर लेते हैं। क्या अदम्य साहस रखने वाले निक्की शर्मा आजाद को क्रिकेट एसोसिएशन बड़ी गंभीरता से लेकर उन्हें संज्ञान में रखकर उनके उज्जवल भविष्य के लिए सहयोग करेंगे?