श्रीराम मुलख दरबार में मनाई गई गुरुदेव रामलाल महाराज की जयंती
शिव प्रकाश शिव
हरिद्वार। 29 मार्च 2023 को श्रीराम मुलख दरबार सन्यास रोड कनखल में देश के प्रख्यात योगाचार्य परम पूज्य श्री लालजी महाराज जोकि योग विद्या के एक प्रखर विद्वान के साथ-साथ प्रसिद्ध विद्वान योगाचार्य हैं श्रीराम मुलख दरबार में आज योगेश्वर परम पूज्य गुरुदेव रामलाल जी महाराज की पावन जयंती के उपलक्ष में उनसे हुई भेंट वार्ता के दौरान परम पूज्य योगाचार्य लालजी महाराज के श्री मुख से जानकारी देते हुए बताया कि वे 8 वर्ष की आयु मे परम पूज्य गुरुदेव के संरक्षण में योग क्षेत्र मे आए और और योग का प्रचार प्रसार करते करते आज 78 वर्ष के हो गए हैं विश्व के लगभग 22 देशों में उन्हें योग सिखाने का योग की महिमा के बारे में बताने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है परम पूज्य योग योगेश्वर स्वामी देवी दयाल जी महाराज जोकि परम पूज्य योगाचार्य श्री लाल जी महाराज के गुरु तथा पिता थे उनके परम सानिध्य में उन्हें योग सीखने और योग की महत्ता के बारे में जानने का सौभाग्य प्राप्त हुआ 1998 में परम पूज्य गुरुदेव योगेश्वर स्वामी देवी दयाल जी महाराज ब्रह्मलीन हो गए सभी भक्तों अनुयायियों की इच्छा का मान रखते हुए उन्होंने योग गुरु तथा आश्रम के संस्थापक का दायित्व निर्वहन करने का जिम्मा संभाला तब से लेकर आज तक लगातार आश्रम की व्यवस्थाएं योग के क्षेत्र में दिन रात सेवा कर रहे हैं तथा लगातार योग सीखने योग के बारे में जानने की इच्छा महत्वाकांक्षा रखने वालों का मार्गदर्शन करते चले आ रहे हैं उन्हीं के साथ योग माता परम पूज्य गुरु मां प्रभा जी का भी योग के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान है उन्होंने तथा स्वामी योगाचार्य लाल जी महाराज ने मिलकर विश्व भर में योग की पताका का परचम लहराया है जब दादा गुरु परम पूज्य योगेश्वर महाप्रभु रामलाल जी महाराज योग सिखाया करते थे तो उनकी योग विद्या इतनी प्रखर थी कि उन्होंने योग के बल पर कई चमत्कार करके दिखाएं योग के बल पर जमीन से कई फुट ऊंचे उठकर हवा में बिना किसी सहायता के दिखाया योग के बल पर उन्होंने अनेकों लोगों के कष्टों को हरा दुखों को दूर करा अब उन्हीं की कृपा स्वरूप परम पूज्य योगाचार्य लाल जी महाराज श्रीराम मुलख दरबार संयास रोड कनखल तथा पंचकूला मे निरंतर योग सिखा कर योग के बारे में जिज्ञासु लोगों की जिज्ञासाओं को भली-भांति सुनकर उनका निस्तारण करते चले आ रहे हैं योग अनादि काल से भारत में एक प्रखर विधा है योग के बल पर बड़े-बड़े ऋषि मुनि साधु संत महा सिद्ध हुए हैं उन्होंने सीधे ईश्वर को प्राप्त किया है योगाचार्य परम पूज्य लाल जी महाराज ने बताया कि आज का आपाधापी तथा तनाव के साथ-साथ भी दूषित मिलावट पूर्ण खान पीन का दौर है तनाव एक मामूली सर दर्द से लेकर जुखाम से लेकर कैंसर ब्रेन ब्लड प्रेशर टीबी लकवा हेमरेज मानसिक विकृति शारीरिक क्षमताओं का नाश जैसी अनेकों बीमारियों का कारण है यह तो दौर में मनुष्य मिलावटी खाने के साथ-साथ जंग फूड जैसे खाने को पसंद करता है चाइनीज खाने को पसंद करता है किंतु अपने देसी खाने को पसंद कम करते हैं इसीलिए दिन प्रतिदिन हम लोग अपवाद और बीमारी की ओर बढ़ रहे हैं राम मुलख दरबार प्राचीन काल से प्रसिद्ध योगाचार्य की कार्य स्थली रहा है अब परम पूज्य स्वामी योगाचार्य लाल जी महाराज लंबे समय से लगातार योग शिक्षा दे रहे हैं योग के बारे में योग की महत्ता के बारे में लोगों को बता रहे हैं योग का महत्व मनुष्य को निरोगी रखने में बहुत बड़ा सहायक माध्यम है योग हमारी प्राचीन पद्धति है योग हमारी प्राचीन कला है योग हमारी प्राचीन सभ्यता है योग हमारे प्राचीन आचार विचारों में हैं योग हमें निरोगी रहने रखने में सहायक है योग सेवा परम पूज्य योगाचार्य लाल जी महाराज के परम सानिध्य में निरंतर चल रही है तथा निस्वार्थ भाव से निशुल्क इसी प्रकार आश्रम में सेवा चलती रहेगी भक्तजन आते रहेंगे निरोगी होकर जाते रहेंगे आश्रम में डायबिटीज ब्लड प्रेशर नारी रोग शुगर हृदय रोग तथा शारीरिक मानसिक विकृतियों के रोगी जो रोगों से परेशान होकर आश्रम में आते हैं आश्रम में योग के जरिए महाराज जी से प्राप्त हुए आशीर्वाद के जरिए निरोगी होकर हंसते गाते अपने घर को जाते हैं यह एक ऐसा धाम है जहां बड़े-बड़े योगाचार्य ने समाज को योग का ज्ञान दिया है योग की पद्धति के बारे में बताया है योग क्या है यह धरातल पर आकर प्रैक्टिकल कर लोगों को निरोगी बना कर दिखाया है ऐसा कोई रोग नहीं जो योग के माध्यम से दूर न हो सकता हो ऐसे धाम में आइए परम पूज्य स्वामी योगाचार्य लालजी महाराज के परम सानिध्य में अपनी काया को निरोगी बनाएं।