चमोली जिले के जोशीमठ तपोवन धौलीगंगा में ग्लेशियर टूटने के पिछे चाइना का षडयंत्र-ः गोपाल भारद्वाज
सुनील सोनकर
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
मसूरी के मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज ने कहा कि चमोली जिले के जोशीमठ तपोवन धौलीगंगा में ग्लेशियर टूटने के कारण हुई भारी तबाही और जान माल को काफी नुकसान को लेकर भारी दुख व्यक्त किया है । 2 वर्शिय गोपाल भारद्वाज ने कहा कि फरवरी माह में तापमान माइनस से काफी कम होता है ऐसे में बर्फ जमी होती है वह बर्फ का पहाड़ कैसे टूट कर गिर गया यह अपने आप में बड़ा सवाल है उन्होंने कहा कि इसके पीछे दुश्मन देश चाइना का हाथ नजर आ रहा है। उन्होने कहा कि चाइना ने तकनीक का इस्तेमाल कर बर्फ की पहाड को नुकसान पहुँचा जिससे गलेषियर टूट गया और चमोली जिले के जोशीमठ तपोवन में भारी तबाही कर डाली।
उन्होंने कहा कि अक्टूबर माह में भारी बारिश होने के कारण ग्लेशियर के कुछ हिस्से जरूर टूट कर गिरते हुए देख जाते हैं परंतु फरवरी माह जब ठंड अपने चरम पर है ऐसे में ग्लेशियर का टूटना संभव ही नहीं है उन्होंने कहा कि इसके पीछे बहुत बड़ा षड्यंत्र लग रहा है और इसको लेकर केन्द्र सरकार और वैज्ञानिकों को गहनता से जांच करनी चाहिए उन्होंने कहा कि जिस तरीके से भारत कोरोना महामारी से लड़ने में कामयाब रहा है और भारत द्वारा कोरोना को लेकर दो वैक्सीन बना दी गई है जहां सरकार अपने देश के लोगों को वैक्सीन लगाने के काम किया जा रहा है वही बाहर विदेशों में भी इसको दिया जा रहा है ऐसे में हो सकता है कि दुश्मन देश इससे बौखला गया हो और उसने एक षड्यंत्र के तहत हिमस्खलन कर दिया हो। उन्होंने कहा कि इस ओर केन्द्र सरकार को ध्यान देना चाहिये वह इसकी विस्तृत जांच करनी चाहिये जिससे के दोबारा चाइना यह हरकत ना कर पाये।