मसूरी में बर्फबारी के बाद काश्तकारों के चेहरे खिले
सुनील सोनकर
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
मसूरी और आसपास के धनोल्टी क्षेत्र में हुई बर्फबारी के बाद काश्तकारों के चेहरे खिल उठे हैं बताया जा रहा है कि काफी समय से बर्फबारी का काश्तकार इंतजार कर रहे थे और ऐसे में हाल में हुई बर्फबारी से काश्तकार काफी खुश है उनकी माने तो बर्फबारी होने से उनकी फ़सलों अच्छी होंगी वहीं इस समय कई फसल लगाने का भी समय है और बर्फबारी होने पर उसका लाभ उनको मिलेगा। उन्होंने बताया कि बर्फबारी होने से गांव के प्राकृतिक जल स्रोत भी रिचार्ज हो जाते हैं ऐसे में गांव में पानी की दिक्कत भी नहीं होगी।
धनोल्टी क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों ने बताया कि बर्फबारी से उनको काफी फायदा मिलेगा और उनको उम्मीद है कि जल्द और बर्फबारी होगी जिससे कि उनकी फसले अच्छी होगी। उन्होने बताया कि बर्फबारी को सेब की फसल के लिए वरदान माना जा रहा है। बर्फबारी से सेब की न्यूनतम अवशीतन आवश्यकता पूरी होने से किसानों को इस बार अच्छी फसल की उम्मीद है। बगीचों में दो इंच से अधिक बर्फ की चादर बिछ गई है। जिसे सेब की फसल के लिए अच्छा संकेत माना जा रहा है। अभी तक जमीन में नमी के अभाव में किसान सेब के पेड़ों की कटाई छंटाई एवं खाद डालने का कार्य नहीं कर पा रहे थे। अब बर्फबारी होने पर किसानों ने बगीचों को रुख किया है। काश्तकार जगपाल सिंह पुंडीर और प्रेम सिंह ने बताया कि इस समय हुई बर्फबारी सेब के पेड़ों के लिए खाद का काम करेगी। वही अन्य पौधों को फायदा मिलेगा। वहीं नकदी सब्जियों की फसल पर भी इस बर्फबारी से अच्छा असर पड़ेगा। लंबे समय बाद ही ही सही लेकिन इस बारिश व बर्फबारी ने किसानों व बागवानों के चेहरों पर रौनक ला दी है। बारिश व बर्फबारी से कृषि व बागवानी को संजीवनी मिली है। मुख्य कृषि अधिकारी ने बताया कि दो दिनों से बारिश होने से फसलों के लिए काफी बेहतर साबित होगी।