जुबिन नौटियाल ने मसूरी में लाइव कंसर्ट में करीब 3 लाख लोगों ऑनलाइन देखा, मसूरी में भी उमड़ी जुंबिन के फैंस की भींड
बौलीबुड के गानों के साथ उत्तराखण्ड के पहाड़ी गाने सुनकर जमकर थिरके लोग
सुनील सोनकर
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
मसूरी में पहली बार अपने संगीत एक कैरियर में जुबिन नौटियाल ने चमोली जिले के रैणी गांव में आई आपदा को लेकर लाइव कंसर्ट किया जिसको करीब तीन लाख से ज्यादा लोगों ने ऑनलाइन देखा वह सैकड़ों की तादाद में जुबिन के प्रशंसक मसूरी पहुंचे। जुबिन नौटियाल ने मालरोड स्थित अपने होटल की छत से लाइव कंसर्ट किया जिसमें उनके साथ कई बडे म्यूजीशियन भ्ने साथ वही माल रोड पर लगी स्क्रीनओं के माध्यम लोगो ने उनके गीतों को सुना और देखा। इस मौके पर जुबिन नौटियाल ने लाइव कंसर्ट में अपने नए और पुराने गाने गाए जिसने सभी के मन को मोह लिया वह उनके प्रशंसक गानों में जमकर थिरके। जुबिन नौटियाल ने इस कंसर्ट के दौरान उत्तराखण्ड के पहाड़ी गीत गाया जिसने सभी लोगो को झूमने में मजबूर कर दिया।
रिपोटर सुनील सोनकर
जुबिन नौटियाल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि जिस तरीके से चमोली के रैणी गांव में आपदा आई है उसने पूरे उत्तराखण्ड के साथ देश की जनता को आहत किया है। उसमें कई लोगों की जानें चली गई है वह कई लोग उससे प्रभावित हुए हैं ऐसे में आज भी कई लोगो को अपने आपदा में गुम हुए लोगो की वापस आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि उनके पास संगीत है और संगीत के माध्यम से ही वह पीड़ितों की मदद करने के लिये आगे आये जिसमें उनके परिवार और उनके दोस्तों ने उनका साथ दिया। उन्होने कहा कि मसूरी में आयोजित लाइव कंसर्ट में गाना एप के माध्यम से करीब 3 लाख लोगो ने एक साथ ऑनलाइन देखा जो उनके अनुसार भारत में सबसे पहला लाइव कंसर्ट होगा जिसको एक साथ इतने लोगों ने लाइव देखा होगा। वह मसूरी में भी उनके फैनंस ने उनको पूरा सपोर्ट किया और भारी संख्या में मसूरी पहुचे और मोलरोड पर लगी स्क्रीन के माध्यम से लोगो ने उनको देखा और सुना जिसको देख वह काफी खुश है। उन्होंने कहा कि वह उत्तराखंड के हैं ऐसे में पूरे लाइव कंसर्ट के दौरान उत्तराखंड का गीत ना गाते ऐसा हो ही नहीं सकता था। उन्होने कहा कि उनकी पहचान उत्तराखण्ड है।उन्होने सभी से आग्रह किया कि सब लोग ज्यादा से ज्यादा उनके ऑनलाइन अकाउंट जो सीधा राहत कोष से जुड़ा हुआ है मदद करे जिससे कि आपदा पीड़ितों की हो सके। उन्होंने देश की जनता से आग्रह किया है कि वह पहाड़ों और प्रकृति से छेड़छाड़ ना करें । लोग पेड़ो को ना काटे और ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करें जिससे की प्रकृति को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रकृति ही हमारी मां है और मां को बचाए जाना सभी हमस ब का कर्तव्य है ऐसे में यह इंसान बिना जल जंगल के कुछ भी नहीं है । प्रकृति पहाड़ और जंगलों को बचाए जाना हम सबकी ज़िम्मेदारी है।
जुबिन नौटियाल के पिता रामचरण नौटियाल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा जुबिन नौटियाल नें चमोली जिले में आपदा पीड़ितों की मदद करने के लिए इच्छा जताई थी जिसमें सभी परिवार सदस्यों ने उनका साथ दिया । वही मसूरी में हुए लाइव कंसर्ट में लोगो ने उनको भारी सख्या में ऑनलाइन और मसूरी में सपोर्ट किया जिससे वह बहुत खुश है उन्होने कहा कि जुबिन के लाइव कंसर्ट को देखने के लिये मालरोड पूरी तरह से जुंिबन के फैंस के भरी हुई थी। उन्होने उम्मीद जताई कि कंसर्ट के माध्यम से अच्छी राशि एकत्रित होगी जो मुख्यमंत्री राहत कोष में डाली जाएगी जिससे आपदा पीड़ितों की मदद हो पायेगी।