मसूरी में लोसर के पर्व की धूम,लोगो मे खासा उत्साह
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सुनील सोनकर
मसूरी। तिब्बती व भोटिया जनजाति समुदाय का नये साल का पर्व लोसर धूमधाम से शुरू हो गया। तीन दिनों तक चलने वाले इस पर्व को लेकर इस समुदाय के लोगों मंे खासा उत्साह देखा गया। पहले दिन तिब्बती समुदाय के लोगों ने बुद्धा मंदिर में भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना की। मान्यता है कि आज से भोटिया जनजाति का नया साल शुरू होता है,जिसे ये लोग आटे की होली खेल कर आपस में शुभकामनाएं देते हैं।
इस अवसर पर भोटिया समुदाय की महिलाओं द्वारा पारंपरिक वेश भूषा धारण कर भगवान बुद्ध की पूजा की गई ,तत्पश्चात सभी लोग एक साथ पर इकट्ठे हो कर इस त्योहार पर विशेष रूप से बनाये गए विभिन्न प्रकार के पकवान एक दूसरे को खिलाते देखे गए,,साथ ही आटे की होली खेलते हुए एक दूसरे को लोसर की बधाई दी।
तिब्बती एवं भोटिया समाज का मुख्य पर्व लोसर धूमधाम के साथ शुरू हो गयां। पुराने साल की विदाई व नये साल का जोरदार ढ़ग से स्वागत किया गया। तिब्बती समाज के लोगों ने हैप्पी वैली स्थित बुद्धा मंदिर और मलिंगार स्थित बुद्वा मंदिर में अन्न की पूजा अर्चना की व नये वर्ष मंे परिवार की खुशहाली की दुआ मांगी। प्रातः सात बजे से पूजा शुरू की गई व दलाई लामा हिल पर पूजा के साथ पर्व का समापन होगा। इस पर्व में समुदाय के लोग आपस में एक दूसरे को बधाई देते है तथा विशेष पकवान बना कर अपने रिश्तेदारों व जानने वालों को खिलाते हैं। तिब्बती समुदाय के पांसग ने बताया की नये वर्ष को लेकर खासा उत्साह रहता है इसी कारण पुराने साल की विदाई को धूमधाम से मनाते हें तथा नये साल का स्वागत पूजा अर्चना व आतिश बाजी से करते हैं। इस पर्व पर चार पांच दिनों तक समुदाय के लोग एक दूसरों के घरों में जाकर बधाई देते हैं व घरों में बनाये गये पकवानों का आनंद लेते हैं इस पर्व पर जौ से बनी विशेष शराब छंग बनाई जाती है तथा मेहमानों को परोसी जाती है। व समापन पर आटे की होली खेली जाती है।