महाविद्यालय के गेट पर तालाबंदी कर विश्विद्यालय प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त किया
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जॉन मसीह
रामनगर।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के गेट पर तालाबंदी कर विश्विद्यालय प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त किया और शीघ्र ही मांगे पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और छात्रों ने तहसील संयोजक इशांत चौधरी के नेतृत्व में कुमाऊं विश्वविद्यालय के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए गेट पर ताला लगा दिया।उन्होंने कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा फीस जमा करने की अंतिम तिथि 20 फरवरी रखी गई थी लेकिन विश्विद्यालय वेबसाइट चलने में दिक्कत आ रही है।बताया कि साइट पर बार-बार एरर आ रहा है जिसकी वजह से छात्र-छात्रायें ऑनलाइन फीस नहीं भर पा रहे हैं वहीं 23 फरवरी तक परीक्षा फीस के साथ-साथ छात्र छात्राओं के लिए लेट फीस 500 रुपये कर दी गई वहीं 24 फरवरी से लेट फीस 2,000 रुपये हो जाएगी। जबकि एग्जामिनेशन फीस 570 रुपये है।कहा कि ऐसे में गरीब छात्र-छात्रायें जो मुश्किल से अपनी फीस भर पाते हैं तो वह लेट फीस कैसे भरेंगे।अभिभावक लॉकडाउन के बाद से पूरी तरह टूट चुके हैं।एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो छात्र उग्र आंदोलन करेंगे।जिसमें समस्त जिम्मेदारी विश्विद्यालय प्रशासन की होंगी।उन्होंने कहा कि गुरुवार एबीवीपी कार्यकर्ता और छात्र कुमाऊँ विश्विद्यालय जाकर अपनी बात रखेंगे।उन्होंने परीक्षा तिथि न बढ़ाए जाने और परीक्षा विलंब शुल्क माफ़ करने की मांग विश्विद्यालय प्रशासन से की है।राजकीय महाविद्यालय में तालाबंदी के दौरान नायब तहसीलदार वीर सिंह चौहान और एसएसआई जयपाल सिंह चौहान मौके पर पहुँचे और धरने पर बैठें छात्रों को समझाया।वहीं राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्या डॉक्टर एमसी पांडे ने बताया कि वह छात्रों को लेकर बहुत गंभीर है।उन्होंने बताया कि यह विश्विद्यालय स्तर का मामला है लेकिन उन्होंने छात्रों की कुमाऊँ विश्विद्यालय परीक्षा नियंत्रक से बात भी बात कराई और उन्होंने जल्द ही समस्या का समाधान का भरोसा दिलाया है।इस दौरान मनीष,आशु मेहरा,तानिया निषाद,शुभम सैनी,चित्रेश त्रिपाठी, किशन ठाकुर,अंश चौहान, मनदीप सिंह,गौरव,अमित ,विशाल आदि मौजूद रहे।