राम नाम की भक्ति ही भक्तों के कल्याण का मार्ग :महंत रघुवीर दास
राम नाम की भक्ति ही भक्तों के कल्याण का मार्ग :महंत रघुवीर दास
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शिव प्रकाश शिव
हरिद्वार। ब्रह्मपुरी स्थित वशिष्ठ दूधाधारी सप्तऋषि आश्रम मे भगवान राघवेंद्र सरकार की असीम अनुकंपा से परम पूज्य गुरुदेव 1008 महामंडलेश्वर बाबा नरसिंह दास महाराज( बाबा दूधाधारी ) महाराज के शुभ आशीर्वाद से दूधाधारी आश्रम ब्रह्मपुरी हरिद्वार में श्री रामार्चना पूजन का मंगल आयोजन बड़े ही धूमधाम हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ कार्यक्रम में भक्तजनों संत महापुरुषों द्वारा भगवान श्री राम जी की विशेष अर्चना की गई इस अवसर पर बोलते हुए सुदर्शन आश्रम अखाड़े के परमाध्यक्ष महंत रघुबीर दास महाराज, ने कहा इस सृष्टि मे राम नाम की आभा और राम नाम की भक्ति ही भक्तों के कल्याण का मार्ग है इस अवसर पर बोलते हुए आश्रम के महंत जयराम दास महाराज, ने कहा यह सृष्टि भगवान राम द्वारा संरचित है जो भी होता है वह सब भगवान राम की इच्छा पर ही निर्भर होता है भगवान श्री राम जी की कृपा से आश्रम में आज इतना सुंदर आयोजन संत महापुरुषों गुरुजनों की भाव्य गरिमा में उपस्थित के बीच संपन्न हो रहा है भगवान राम से बड़ा राम का नाम है जो भी सच्चे मन से भगवान राम की आराधना करता है जीवन में उसे मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है भगवान राम की आराधना में जो मनुष्य को सच्चाआनंद प्राप्त होता है वह किसी और माध्यम से प्राप्त नहीं हो सकता माता सीता भगवान राम ने सनातन के रूप में एक विश्व व्यापी परंपरा स्थापित की भगवान का भजन और धर्म कर्म के कार्य मनुष्य के कल्याण का माध्यम होते हैं इस अवसर पर बोलते हुए महामंडलेश्वर परम पूज्य स्वामी लक्ष्मण दास महाराज, ने कहा संत महापुरुषों की गरिमा मय उपस्थित और आशीर्वचन संपूर्ण सृष्टि को पावन कर देते हैं महामंडलेश्वर सीताराम दास महाराज, ने कहा संत महापुरुषों के आशीर्वचन भक्तों के लिए कल्याणकारी होते हैं तथा धर्म कर्म के माध्यम से गुरुजन उन्हें सत्य की राह दिखाते हैं इस अवसर पर परम पूज्य महामंडलेश्वर लक्ष्मण दास महाराज, महामंडलेश्वर परम पूज्य वृंदावन दास महाराज महंत साध्वी माता रामदास महाराज महंत माता रंजना देवी , महंत रघुबीर दास महाराज , मंडलेश्वर सीताराम दास महाराज महंत कन्हैया दास महंत रामानंद दास महाराज उज्जैन से आए बहादुर सिंह कुमार कार्तिकेय महान सूरज दास महाराज महंत अंकित शरण महाराज महंत बिहारी शरण महाराज महंत नारायण दास पटवारी महाराज कोतवाल रामदास महाराज धर्मदास महाराज सहित भारी संख्या में संत महापुरुष उपस्थित थे।