नेत्रदान महादान मिशन का 339वां सफल प्रयास
नेत्रदान अंधेरी ज़िंदगियों में रोशनी की किरण
नेत्रदान महादान मिशन का 339वां सफल प्रयास
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
सचिन शर्मा
हरिद्वार।ऋषिकेश निवासी तेजप्रकाश पनेसर और हरिद्वार की शशि सुधा अरोड़ा एवं विजय कुमार गोयल के परिवारों ने अपने परिजनों के नेत्रदान कर एक अनुकरणीय कार्य किया है, जिससे दृष्टिहीनों की अंधेरी ज़िंदगी में उजाला भर दिया जाएगा और दूसरों को भी प्रेरणा मिलेगी। परिवार वालों ने अपने परिजनों की आंखें ऋषिकेश नेत्र बैंक, एम्स को दान कीं।नेत्रदान कार्यकर्ता और लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि के चार्टर अध्यक्ष गोपाल नारंग के अनुसार, समाज में नेत्र दान के प्रति जागरूकता आ रही है। परिजन अपने निकटतम की मृत्यु का दुःख भुलाकर नेत्र दान के लिए सजग हो रहें हैं । इसी कड़ी में ज्वालापुर निवासी श्रीमती शशि सुधा अरोड़ा के निधन पर उनके परिजनों ने विष्णु पांडे के कहने पर नेत्रदान किया। इसी प्रकार, हरिद्वार के निवासी विजय कुमार गोयल के निधन पर उनके परिवार ने अनिल अरोड़ा और तुषार गाबा की प्रेरणा से नेत्रदान कराया।ऋषिकेश के निवासी तेजप्रकाश के परिवार ने पवन सिंह नेगी के आग्रह पर नारंग ने पुर्व पार्षद सरदार अजीत सिंह गोल्डी को परिजनों को परिवार को प्रेरित करने के लिए कहा और स्वीकृति मिलते ही टीम ने पार्थिव शरीर से दोनों कार्निया सुरक्षित प्राप्त कर लिए।ऋषिकेश आई बैंक एम्स के वरिष्ठ नर्सिंग ऑफिसर महिपाल चौहान ने अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति आपको कॉर्निया के अंधत्व से पीड़ित दिखता है तो उसे एम्स हॉस्पिटल में आकर पंजीकरण कराएं। नेत्र दान महादान हरिद्वार ऋषिकेश द्वारा अब तक 339 नेत्रदान कराए जा चुके हैं और यह प्रयास आगे भी निरंतर जारी रहेगा।आइए, हम भी इस नेक कार्य में सहभागी बनें और किसी की अंधेरी ज़िंदगी में रोशनी का संचार करें।