मसूरी नगर पालिका की बोर्ड बैठक में कई प्रस्तावों को दी गई हरी झंडी
सुनील सोनकर
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
मसूरी नगर पालिका बोर्ड बैठक में 81 प्रस्ताव में कुछ को छोड कर सर्वसम्मति से पास कोटेशन के माध्यम से 237 प्रस्ताव निर्माण कार्य को वित्तीय स्वीकृति ना मिलने के बाद स्थगित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बोर्ड बैठक को बताया मात्र औपचारिकता, लगाये भ्रष्टाचार के आरोप सभासद मदन मोहन शर्मा बोर्ड बैठक की कार्यवाही से नाराज।
मसूरी नगर पालिका परिषद के सभागार में आयोजित हुई बोर्ड बैठक में 81 प्रस्ताव लाए गए जिसमें से कुछ को छोड़कर सभी प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया वहीं 237 प्रस्ताव निर्माण कार्य के लाए गए जिस को वित विभाग से वित्तीय स्वीकृति ना मिलने के बाद अगली बैठक के लिए स्थगित कर दिया गया। बैठक में पालिका अध्यक्ष द्वारा मसूरी के कई क्षेत्रों में अनाधिकृत रूप पालिका की संपत्ति व सड़क किनारे निर्माण सामग्री डाले जाने पर पालिका के अधिकारियों को तत्काल हटाने के निर्देश दिए गए। वहीं मसूरी के कई बड़े होटलों द्वारा खुले में सीवरेज डाले जाने से वातावरण प्रदूषित हो रहा है जिससे लोगो का गंदगी और बदबू से बुरा हाल है उन्होंने गढ़वाल जल संस्थान के अधिकारियों को होटलों द्वारा खुले में सिवरेज छोडे जाने पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देष दिये। बोर्ड बैठक में अनु सचिव शहरी विकास अनुभाग 2 उत्तराखंड शासन के द्वारा नगर पालिका परिषद मसूरी क्षेत्र अंतर्गत इको पर्यटन स्थल को नगर पालिका परिषद मसूरी के प्रारंभ सीमा ऋषि आश्रम के स्थान पर स्थानांतरित करने के लिए पालिका बोर्ड से अनुमोदित कर प्रस्ताव को शासन में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे जिस पसभी सभासदों ने सर्व सम्मति से पारित कर शासन को भेज दिया है।
मसूरी नामित सभासद मदन मोहन शर्मा ने कहा कि मसूरी के कैमल बैक रोड में लोगों द्वारा अनधिकृत रूप से मलबे को डाला जा रहा है इसकी शिकायत उनके द्वारा कई बार पालिका प्रशासन से भी की गई परंतु इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होने कैमल बैक रोड पर डाले जा रहे मलवे को तत्काल रूकवाया जाने की मांग कि जिससे कैमल बैक रोड की सुदरता को बचाया जा सके। सभासद दर्शन रावत द्वारा कहा गया कि नगर पालिका द्वारा बड़े लोगों पर कार्रवाई नहीं की जाती है बल्कि छोटे लोगों को तंग करने का काम पालिका के अधिकारी करते हैं उन्होंने कहा कि पहले जो भी कार्रवाई हो बड़े से शुरू हो तब जाकर व अन्य लोगों पर कार्रवाई करें। सभासद नंदलाल सोनकर ने मसूरी के पटरी के बढ़ते चलन को अंकुश लगाने के लिए कमेटी बनाने का प्रस्ताव रखा। सभासद जसवीर कौर ने कहा कि कोविड के समय में शासन स्तर से इको बैरियर के ठेकेदार को छूट दी गई है उसकी को देखते हुए अन्य ठेकेदार को कोविड में छूट दी जाये। उन्होने कहा कि नियम कानून सबके लिये एक होना चाहिये। उन्होने कहा कि पेयजल लाइन बिछाने के लिए जलनिगम के ठेकेदार द्वारा क्लाउड एंड से लेकर हाथीपांव तक की सड़कों को खोद दिया है और गायब हो गए हैं ऐसे में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उन्होंने कहा िकइस तरह के लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगी।
मसूरी के समाजिक कार्यकर्ता प्रेम सिंह सजवाण ने कहा कि बोर्ड बैठक में सबसे ज्यादा प्रस्ताव होने के बाद मात्र औपचारिकता करते हुए पास कर दिया गए। उन्होने कहा कि जो सभासद कुछ प्रस्ताव को लेकर पहले बोर्ड बैठक में हंगामा कर पालिकाध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहे थे आज वही सभासदों द्वारा उन्ही प्रस्तावों को बिना सदन में चर्चा किये पारित कर दिया गया। जिससे साफ है कि पालिका में बडे भ्रश्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है।
मसूरी नामित सभासद मदन मोहन शर्मा ने कहा कि बोर्ड बैठक में सभासदों की गंभीरता नहीं देखी गई सारी प्रस्ताव बिना विचार विमर्श का एक के बाद एक पारित कर दिए गए उन्होंने कहा कि नियमानुसार पालिका अध्यक्ष को हर प्रस्ताव के बाद प्रोसीडिंग बुक में लिखकर बोर्ड बैठक में मौजूद सभासदों के हस्ताक्षर कराये जाने थे परंतु व बोर्ड बैठक में ऐसा नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि इस को लेकर वह अधिशासी अधिकारी को लिखित में शिकायत करेंगे और अगर उनकी ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला तो वह इसकी शिकायत शासन स्तर पर ही करें ।
सामाजिक कार्यकर्ता ललित मोहन काला ने कहा कि पालिका में कोटशन्स के आधार पर पालिका बोर्ड में करोड़ों रुपये के निर्माण -मरम्मत के कार्य करवाये जा रहे हैं जबकि कोटशन्स पर उन्हीं कामों को करवाया जाना नियम संगत है जो तत्काल व आकस्मिक हों ।लेकिन पालिका द्वारा सामान्य कार्यों को भी कोटशन्स पर कराये जा रहे हैं जबकि इन्हें टेंडर्स कॉल करके कराये जाना नियम संगत है ।
इसी अनियमितता को लेकर शासन -प्रशासन को पूर्व में भी शिकायत की जा चुकी है । पुनः नियमों की अनदेखी करके कोटशन्स के सहारे करोड़ों रुपये के कामों को अंजाम देने के यत्न हो रहे हैं । ऐसा लगता है कि मसूरी नगर पालिका नियम-कानून को नजर अंदाज करके मनमाने व निरंकुश होकर कार्य कर रही है और सार्वजनिक व सरकारी धन का दुरुपयोग कर रही है ।निर्माण व विकास के नाम पर करोड़ों रुपये को पानी की तरह बहाया जा रहा है और कई अनावश्यक काम भी इसी बंदरबांट में फलीभूत हो रहे हैं । इन्ही मुद्दों को लेकर शीघ्र ही शासन -प्रशासन को लेकर लिखित शिकायत की गई है जिसमें जांच चल रही है वह कुछ लोग जांच को भी प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं ऐसे में अगर जांच नहीं होती तो वह विवश होकर उच्च न्यायालय की शरण में जाएंगे।
इस मौके पर अधिशासी अधिकारी आशुतोष सती, नगर अभियंता रमेश बिष्ट, स्वास्थ्य अधिकारी आरके सिंह, सभासद प्रताप पवार, दर्शन रावत, कुलदीप रौछेला, गीता कुमाई, नंदलाल सोनकर, जसबीर कौर, आरती अग्रवाल, मनीषा खरोला, सुरेश थपलियाल, अरविंद सेमवाल, सरीता कोहली, सरीता पवार, सैनिटरी इंस्पेक्टर किरण राणा, वीरेंद्र बिष्ट आदि मौजूद थे।