डोईवाला का सरकारी अस्पताल पीपीपी मोड़ में रेफरल सेंटर बना, अस्पताल के उच्चीकृत के दावे हुऐ हवाई साबित : सेमवाल
विजय शर्मा
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
डोईवाला । सामुदायिक स्वास्थ केंद्र डोईवाला को पीपीपी मोड़ पर देने का विरोध उत्तराखंड क्रांति दल ने मुख्यमंत्री को उपजिलाधिकारी के ज्ञापन भेज अस्पताल का प्राईवेट से अनुबंध खत्म करने की मांग की।
उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा सामुदायिक स्वास्थ केंद्र डोईवाला को पीपीपी मोड़ से मुख्यमंत्री को उपजिलाधिकारी लक्ष्मी राज चौहान के माध्यम से ज्ञापन भेज हटाने की मांग की है इस अवसर पर उत्तराखंड क्रांति दल के डोईवाला विधानसभा प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जिन उद्देश्यों को लेकर सामुदायिक स्वास्थ केंद्र डोईवाला को पीपीपी मोड पर दिया गया था उनमें से एक भी उद्देश्य पूरा नहीं हुआ है वही सामुदायिक स्वास्थ केंद्र डोईवाला आज पीपीपी मोड़ में रेफरल सेंटर बनकर रह गया है और सरकार द्वारा अस्पताल के उच्चीकृत के दावे हवाई साबित हुए हैं। कार्यकारी जिलाध्यक्ष केंद्र पाल सिंह तोपवाल ने कहा कि डोईवाला का सरकारी अस्पताल वर्तमान में सिर्फ प्राइवेट संस्था का कमाई का जरिया बन गया है इस अस्पताल का लाभ डोईवाला क्षेत्र की जनता को नही मिल रहा है। जिलाध्यक्ष सीमा रावत ने आरोप लगाया कि सामुदायिक स्वास्थ केंद्र डोईवाला में संस्था के डॉक्टरों और अन्य स्टाफ का व्यवहार मरीजों के साथ बेहद खराब है जिस कारण क्षेत्रीय जनता काफी लंबे समय से अस्पताल को पीपीपी मोड से वापस लिए जाने की मांग कर रही है और इस समय प्रदेश के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से उम्मीद है कि वह जल्दी ही इस अस्पताल को पीपीपी मोड से वापस लेने की कार्यवाही शुरू करेंगे क्योंकि जनता पीपीपी मोड से काफी परेशान हो चुकी है। यूकेडी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अस्पताल का जल्द ही पीपीपी मोड अनुबंध समाप्त नहीं किया गया तो स्थानीय जनता के साथ जन आंदोलन करेगी। इस संबध में मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी दिया गया। ज्ञापन देने वालों में प्रमोद डोभाल, सीमा रावत, अवतार सिंह बिष्ट, जोत सिंह गुसाईं, धनवीर रावत, धर्मवीर गुसाईं, अंकित कुड़ियाल, अंकित घिल्ड़ियाल, और पिंकी थपलियाल आदि मौजूद थे।