प्रदेश में जनप्रतिनिधियों और जनता का काम ना करने वाले अधिकारी नहीं होंगे बर्दाश्त- विधायक खजान दास
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सुनील सोनकर
उत्तराखंड भाजपा के राजपुर विधायक खजान दास ने मसूरी में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा प्रदेश के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं उन्होंने कहा कि हाल में उनके द्वारा संवैधानिक पदों पर छोड कर सभी दायित्वधारियों को हटा दिया गया है। वही जल्द पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और मुख्यमंत्री दोबारा से अध्ययन दोबारा भाजपा के कार्यकर्ताओं को पद दिए जायेगे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत दोनों ही भारतीय जनता पार्टी के हैं वही पूर्व मुख्यमंत्री के फैसले को जनहित में बदला जा रहा है क्योंकि जनता बदलाव चाहती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण तेजी के फेल रहा है जिसको लेकर सरकार और प्रशासन द्वारा सख्ती की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से देश और उत्तराखंड में कोविड के मरीज बढ रहे है वह चिंता का विषय है और सरकार द्वारा जारी कोविड के नियमों को लेकर किसी प्रकार की कोताही नही बरती जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी को प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा पहले दिन निर्देश दे दिये गए थे कि जनप्रतिनिधियों के साथ जनता की बात सुने। उन्होंने कहा कि ब्यूरोक्रेसी में सब लोग एक जैसे नहीं है परंतु कुछ लोग ऐसे हैं जो हठधर्मिता पर उतर आए हैं जो जनता का काम करने में आनाकानी करते है। उनको किसी भी हाल में बर्दाश्त नही किया जायेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा चुनाव मोड में रहती है ।भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता आधारित पार्टी है जो लगातार जनता के बीच में रहकर जनता की समस्याओं का निवारण करने के साथ केंद्र और राज्य की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम करते हैं। उन्होने कहा कि 2022 का चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत होगी। उन्होंने कहा कि सल्ट उपचुनाव 17 तारीख को मतदान होगा। चुनाव में किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि कोई भी चुनाव हो भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता चुनौती के रूप में लेता है उन्होंने कहा कि चुनाव के समय में भाजपा अपने प्रतिद्वंदी को 51 मानते हैं और अपने आप को 40 मानते हैं व लक्ष्य 52 का रखते है। इस रणनीति के तहत भारतीय जनता पार्टी चुनाव मैदान में उतरती है और चुनाव में विजय हासिल करती है।