कोरोना से खतरा या धुंवे से
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
प्रशान्त भाटिया
कोटद्वार- नगरनिगम क्षेत्रांगत गड़ीघाट स्थित ट्रेचिंग्राउंड में गर्मी के प्रकोप के चलते आये दिन आग का लग जाना आम बात हो चुकी है जिस कारण ट्रेचिंग्राउंड के आस पास के स्थानीय लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है।
गौरतलब है कि जहां एक ओर अभी पूरा भारत वर्ष कोरोना के कहर से झूझ रहा है व अभी बर्डफ्लू के कहर से भी अपने को सुरक्षित नहीं समझ रहा है तो वही दूसरी ओर नगर के ट्रेचिंग्राउंड में लगे कूड़े के ढेर में आये दिन आग लग जाने से व उससे निकलने वाले जहरीले धुवें से अपने आप को बचा पाना स्थानीय लोगों के लिए एक चुनोती से कम नही आंका जा सकता है।
ट्रेचिंग्राउंड के कूड़े के ढेर में समय- समय पर लग रही आग व उससे निकल रहे जहरीले धुंवे के विरोध में कई बार सत्ताधारी नेता व विपक्षीय नेता भी धुवां मुक्त करने को लेकर आंदोलन करते नजर आते दिखते है।
मगर ना तो उस आंदोलन में कोई असर दिखाई पड़ता है और न ही नगरनिगम खुद उस पर कोई कार्यवाही करती नजर आ रही है और यदि कार्यवाही करती नजर आ भी रही है तो शायद सिर्फ कागजी कार्यवाही तक ही सीमित है।
गौरतलब है कि इस धुंवे की चपेट में आने वाले इलाकों में खुद पूर्व दुगड्डा ब्लॉक प्रमुख, कोंग्रेस जिला प्रभारी,पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष,पूर्व जिलापंचायत उपाध्यक्ष व लैंसडाउन विधानसभा के विधायक के निवास तक है जो कि इस समस्या से झूझने के बावजूद भी अभी तक इस समस्या का निवारण करने में असमर्थ रहे है।
ओर यदि ट्रेचिंग्राउंड के लिए कहीं और भूमि चिन्हित की भी जा चुकी है तो अभी तक उसे स्थानन्तरित क्यों नही किया गया है।