सेवा और त्याग ही आर एस एस के संस्कार हैं... राजकुमार मटाले
हनी कथूरिया
बहादराबाद
*सेवा और त्याग ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्कार हैं-राजकुमार मटाले*
*नेत्र कुंभ हंस आई केंद्र बहादराबाद में 28 दिनों में हुई 10,000 से अधिक लोगों की आंखें जांच*
हरिद्वार में महाकुंभ के आयोजन के उपलक्ष में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्षम संगठन एवं हंस फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में 16 मार्च से चल रहे नेत्र कुंभ शिविर में लोगों के लिए निशुल्क परामर्श दवाइयां एवं चश्मा वितरित किए जा रहे हैं नेत्र कुंभ के हरिद्वार जिले में आर्ट सेंटर बनाए गए हैं जिनमें से एक सेंटर हंस आई हॉस्पिटल बहादराबाद है हंस आई हॉस्पिटल बहादराबाद में चल रहे नेत्र कुंभ में 28 वे दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख राजकुमार मटाले जी का आगमन हुआ नेत्र कुंभ के संचालन टोली के साथ उनका परिचय हुआ तथा नेतृत्व में आने वाले मरीजों को जो जो शिविर सुविधाएं दी जा रही है उसके बारे में नेत्र कुंभ बहादराबाद केंद्र के संचालक रोहित चौहान ने विस्तृत जानकारी दी आने वाले मरीजों के सर्वप्रथम मास्क एवं सैनिटाइजेशन किया जाता है उसके उपरांत रजिस्ट्रेशन होता है रजिस्ट्रेशन के उपरांत मरीजों की आंखें जांच होती है आंखों की जांच के पश्चात डॉक्टर मरीजों को संतुष्टि के साथ देखते हैं अगर रोगी को चश्मे की आवश्यकता है तो वहीं पर चश्मे निशुल्क दिए जा रहे हैं।। कोविड-19 के अंतर्गत रोगियों के बैठने में सोशल डिस्टेंसिंग एवं वहां सुविधाओं को देखकर केंद्रीय अधिकारी राजकुमार मटाले प्रसन्न हुए तथा उन्होंने नेत्रकुम्भ में लग रहे सभी कार्यकर्ताओं को इस पुण्य कार्य के लिए शुभकामनाएं दी और कहा संघ के स्वयंसेवक सेवा और त्याग के लिए जाने जाते हैं और इसी सेवा और त्याग को समर्पित करने के लिए देश के कोने-कोने से वॉलिंटियर्स नेत्र कुंभ में अपनी सेवा दे रहे हैं और हरिद्वार में चल रहे आठ केंद्र जिनमें अब तक 50000 लोगों की आंखें जांच हो चुकी है और 40000 लोगों को लगभग चश्मे निशुल्क दिए जा चुके हैं।।इस पुण्य कार्य के लिए हंस फाउंडेशन और सक्षम को शुभकामनाएं प्रेषित की।। केंद्रीय अधिकारी के साथ हरिद्वार जिले के जिला सेवा प्रमुख वीर प्रताप जी भी नेत्र कुंभ के बहादराबाद केंद्र के संचालन को देखने आए।। जिला सेवा प्रमुख वीर प्रताप ने कहा बहुत लोग समाज में ऐसे हैं जो आर्थिकी के कारण अपनी आंखों का इलाज नहीं करवा पाते और इसी कारण सक्षम संगठन ने हरिद्वार जिले में महाकुंभ के अवसर पर नेत्रकुम्भ लगाने का संकल्प लिया और यह संकल्प आज सार्थक सिद्ध हो रहा है जब किसी गरीब व्यक्ति को निशुल्क दवाइयां और चश्मे दिए जा रहे हैं तब मरीज को एहसास होता है कि मैं इतना अच्छा देख सकता हूं।। एक संघ का स्वयंसेवक ही इस प्रकार की सेवा कर सकता है।।नेत्र कुंभ के संचालन टोली में मेडिकल हेड संभव,संजय,निर्मला जोशी,और ग्लोबल आई इंस्टिट्यूट की छात्रों की पूरी टोली पूरे समय रोगियों की जांच करती है।। चश्मा वितरण में अभिलाष एवं उनकी टीम लगातार लोगों को उनके नंबर के चश्मे बना कर दे रही है।। अलग-अलग प्रदेश से वॉलिंटियर्स के रूप में पीयूष ठाकरे अन्नू ममता चीना अपनी सेवाएं दे रहे हैं।। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरफ से केंद्र के संचालक रोहित चौहान विभांशु चौहान सुरेश जी निशांत चौहान निरंतर अपना समय नेत्र कुंभ के संचालन में दे रहे हैं।।