मेला समिति पर महिला जनप्रतिनिधियों ने लगाया उपेक्षा का आरोप
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विनोद सिंह चौहान
रुद्रप्रयाग। बैसाखी के पर्व पर आयोजित पांच दिवसीय अगस्त्य महोत्सव एवं बैसाखी मेले के पोस्टर पर जनपद की दो प्रमुख महिला जनप्रतिनिधियों का नाम न होना चर्चा का विषय बना हुआ है। महिला जनप्रतिनिधियों ने मेला समिति पर भेदभाव का आरोप लगाया है।
मेला समिति की ओर से जारी पोस्टर में दोनों विधानसभा के विधायक, नगर पंचायत अध्यक्ष, एक पूर्व विधायक और दो पूर्व राज्यमंत्रियों की फ़ोटो लगाई गई है। पोस्टर से जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह और ब्लॉक प्रमुख अगस्त्यमुनि विजया देवी की फ़ोटो गायब है। इस पर नाराजगी जताते हुए ब्लॉक प्रमुख विजया देवी कहती हैं कि मेला ब्लॉक मुख्यालय अगस्त्यमुनि में होने के बावजूद उनकी उपेक्षा की गई है। उन्हें न तो मेले की जानकारी दी गई और ना ही उनसे मेला समिति ने संपर्क किया। मेला समिति द्वारा बैनर पर सुनियोजित तरीके से वर्तमान और पूर्व प्रतिनिधियों की फ़ोटो लगाई गई। उन्होंने कहा कि उनके साथ भेदभाव किया गया है। मेला समिति को स्पष्ट करना चाहिए कि उन्होंने ऐसा क्यों किया ?
वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने भी इसी तरह की प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम जनप्रतिनिधियों के सहयोग से चलते चाहिए। पंचायत प्रतिनिधियों की उपेक्षा नहीं होनी चाहिए। हमें बिना किसी भेदभाव, दुराग्रह-पूर्वाग्रह के जनपद के विकास के लिए सोचना चाहिए। पोस्टर पर हम दोनों जनप्रतिनिधियों की तस्वीर क्यों नहीं लगी, यह समझ से परे है। कहीं न कहीं इसके पीछे कोई बड़ी वजह जरूर होगी।
वहीं मेला समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि यह मेला जिला प्रशासन द्वारा आयोजित नहीं किया गया है। पंचकोटी गांव और मेला समिति की ओर से मेला आयोजित किया जा रहा है। जिसमें स्थानीय लोगों की ही भूमिका रहती है। जब मन्दाकिनी शरदोत्सव होता है, तब ब्लाक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष मेले के संयोजक होते हैं। ऐसे में उनकी नाराजगी सही नही है।