मसूरी में बुधवार को 26 कोरोना संक्रमित मरीज मिले, 150 से पार पहुचा कोरोना संक्रमित मरीजों का आकडा
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सुनील सोनकर
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण तेजी के साथ फैल रहा है जिसका असर उत्तराखंड के सभी जिलों में देखा जा रहा है वहीं पहाड़ों की रानी मसूरी में भी कोरोना संक्रमण ने तेजी के साथ अपने पैर पसार लिए हैं । बुधवार को मसूरी के विभिन्न क्षेत्रों में 26 कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद मसूरी में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 150 के पार पहुंच गया है जिसके बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में चिंताओं की लकीरें साफ तौर पर देखी जा रही है। बुधवार तक मसूरी में 5 कंटेनमेंट जोन भी बन गए हैं जिन पर प्रशासन द्वारा विशेष नजर रखी जा रही है। एसडीएम मसूरी मनीष कुमार ने बताया कि मसूरी में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर कोविड सेंटर बनाये जाने को लेकर भ् कई जगहों को चिन्हित किया गया है वहीं उच्च अधिकारियों के निर्देशों के बाद जल्द मसूरी में कोविड के सेंटर भी बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मसूरी में कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन किया जा रहा है वही 2 बजे के बाद मूलभूत सेवाओं की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानों को बंद करवाया गया है वहीं शाम 7 बजे के बाद संपूर्ण रूप से कोरोना कर्फ्यू लागू कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि लगातार लोगों से अपील की जा रही है कि वह सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें वही पुलिस द्वारा भी कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि सभी लोग 2 गज की दूरी मास्क है जरूरी का पालन करे।
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए 2 बजे के बाद दुकानों को बंद करने के निर्णय लिया गया है परंतु इस निर्णय के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित रेस्टोरेंट, बेकरी हलवाई सहित अन्य दुकानदार हो रहे हैं क्योंकि सभी का काम शाम को ही चलता है ऐसे में लॉकडाउन के जैसे हालात हो गए हैं उन्होंने सरकार से मांग की है कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सरकार सख्ती करे पर साथ के साथ आम व्यापारियों और आम जनता राहत पैकेज भी दे जिससे आर्थिक संगठन के जूझ रहे लोगों को कुछ मदद मिल सके।
रजत अग्रवाल ने नगर पालिका प्रशासन पर सैनिटाइजेशन के नाम पर मात्र खानापूर्ति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस साल शहर में सैनिटाइजेशन ना के बराबर हो रहा है मात्र खानापूर्ति की जा रही है। ना ही नगर पालिका द्वारा फागिंग मशीन से सैनिटाइज किया जा रहा है और ना ही बाजारों में चूने का छिड़काव। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि नगरपालिका को शहर को सही तरह से सैनिटाइज करने के निर्देश दे।