कोरोना काल में मसूरी सहित प्रदेश के अन्य जिलों में टैक्सी और व्यावसायिक वाहनों के पहिये थमे
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
सुनील सोनकर
कोरोना संक्रमण को लेकर पूरे देश का हाल बेहाल है कोरोना कि दूसरी लहर ने एक बार फिर लोगों की आर्थिक स्थिति को कमजोर करने का काम शुरू कर दिया है। मसूरी में टैक्सी चालकों पर एक बार फिर रोजी रोटी का खतरा मंडराने लगा है मसूरी टैक्सी कार एसोसिएशन में करीब 700 टैक्सी पंजीकृत है जिसे वर्तमान में पहिये पूरी तरीके से जाम हो चुके हैं। मसूरी में पर्यटकों की आवाजाही ना के बराबर होने के कारण मसूरी में सभी व्यवसाय पूरी तरीके से चौपट हो गये है जिसको लेकर व्यावसायिक और टैक्सी चालकों और मालिकों में चिंता की लकीरें साफ तौर पर देखी जा रही है। पिछले कोरोना संक्रमण को लेकर टैक्सी और व्यवसायिक वाहनों के संचालकों की हालत काफी खराब हो गई थी बीच में कोरोना संक्रमण के हलके होने के बाद दी गई छूट के बाद प्रदेश में पर्यटन व्यवसाय में बढ़ोतरी हुई थी। टैक्सी और व्यवसायिक वाहनों संचालकों में प्र्यटन सीजन को लेकर अपनी गाड़ियों की मैनेटेंस के साथ सभी जरूरी कागजातों को अपडेट कराया था परन्तु कोरोना संक्रमण कर दूसरी लहर ने एक बार फिर से उनकी कमर तोड़ के रख दी है।
उत्तराखंड टैक्सी मैक्सी महासंघ के अध्यक्ष सुंदर सिंह पवार ने कहा कि टैक्सी और व्यवसायिक वाहनों संचालकों की हालत बद से बदतर हो रही है। एक बार फिर पूरे प्रदेश में हजारों की तादाद टैक्सी और व्यवसायिक वाहनों के पहिए थम गए हैं वहां से जुड़े लोग काफी परेशान है उन्होंने सरकार से व्यवसायिक वाहनों के साथ टैक्सी संचालकों की मदद करने की मांग की है उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा व्यवसायिक वाहनों में 2 साल के रोड टैक्स की छूट के साथ में व्यवसायिक वाहन और टैक्सी संचालकों को आर्थिक मदद की जाये। वही के मोरेटोरियम में भी छूट दी जाए। उन्होंने कहा कि एक बार फिर बैंक टैक्सी और व्यवसायिक वाहनों के स्वामियों वहानों की किश्त जमा करने के लिए परेशान करना शुरू कर दिया है इससे लोग काफी परेशान है। उन्होने कहा कि जब वाहन और टैक्सी चल ही नही रहे है तो किश्त कैसे दी जायेगी। उन्होंने कहा कि वह जल्द मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मिलकर प्रदेश की टैक्सी और व्यावसायिक वाहनों द्वारा कोरोना संक्रमण को लेकर हो रही परेशानियों को लेकर बात करेंगे और विभिन्न मांगों भी रख जायेगी।