उत्तराखंड होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन की सरकार से मांग, चारधाम यात्रा को सुव्यवस्थित कर सुचारू किया जाये
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
सुनील सोनकर
उत्तराखंड होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप साहनी ने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को ज्ञापन देकर प्रदेश सरकार द्वारा चार धाम को स्थगित करने पर कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा को स्थगित नहीं बल्कि सुव्यवस्थित कर सुचारू करना चाहिए। चारधाम यात्रा से कई लोगों की रोजी-रोटी निर्भर है। उत्तराखंड की रीड की हड्डी पर्यटन उद्योग है और अगर पर्यटन व्यवसाय प्रभावित हो जाएगा तो इसका असर आम जन के साथ बड़े होटल और रेस्टोरेंट उद्योगपतियों पर भी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कोई भी फैक्ट्री को बंद नहीं किया जा सकता है उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश मात्र पर्यटन व्यवसाय की फैक्ट्री है और अगर इसी को बंद किया गया तो समझा जा सकता है कि प्रदेश के आम आदमी का क्या हाल होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लोगों का रोजगार और आजीविका पर्यटन उद्योग पर ही निर्भर है। संदीप साहनी ने कहा कि पिछले साल कोरोना काल में भी चारधाम यात्रा को बंद कर दिया गया था और अगर इस बार इसको बंद किया जाता है इससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना होगा। उन्होंने कहा कि चारधाम को स्थगित नही किया जाना चाहिये बल्कि इसको सुचारू करने के लिए सही गाइडलाइन बनाका कोविड वैक्सीनेशन किये गए लोगो के साथ 72 घंटे पहले का आरटी पीसीआर टेस्ट करा कर नो कोरोना सर्टिफिकेट लाने वाले पर्यटकों को प्रदेश में आने दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी कहा गया है कि जान भी बचानी है और जहान भी बचाना है। उन्होंने कहा कि जब कोरोना काल में व्यवसाय पूरी तरीके से ठप है तो प्रदेश सरकार द्वारा बिजली के बिलों के दरों में बढ़ोतरी कर दी है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि बिजली की बढी दरों को तत्काल वापस लिया जाए। उन्होंने सरकार से मांग कि है कि इस साल के बिजली, पानी, हाउस टैक्स, सीवरेज , बार लाइसेंस और पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की फीस को भी माफ किया जाये वही होटलों में काम करने वाले प्रत्येक कर्मचारी की 6 महीने की वेतन सरकार वहन करें।