जेबीपी फाउंडेशन द्वारा कोरोना कॉल में की गई सराहनीय सेवा का लेखा जोखा
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
मनोज ननकानी
हरिद्वार - वैश्विक बीमारी कोरोना के चलते वैसे तो कई सामाजिक संगठनों द्वारा सेवा कार्य किए गए लेकिन जेबीपी फाउंडेशन द्वारा किया गया सेवा कार्य अविस्मरणीय रहा जिसका विवरण कुछ इस प्रकार है 1- हरिद्वार स्थित झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली आँखों से लाचार कुमारी नन्दिनी को पड़ाई के लिये गोद लिया गया है ,उसकी पढ़ाई के बारे में हमारा संगठन नैशनल ब्लाइन्ड स्कूल देहरादून के सम्पर्क में है , हमें आशा ही नही बल्कि पूर्ण विश्वास है कि कोविड - 19 के पश्चात हम लोग उसकी शिक्षा का स्थायी हल निकालने में कामयाब होंगे , ज्ञांत हो कुमारी नन्दिनी एक होनहार छात्रा है , फलस्वरूप उसकी इच्छा को मध्यनज़र रखकर ₹8,000/- की क़ीमत का एक सैमसंग मोबाइल ख़रीदकर उपलब्ध कराया गया । 2- जी॰आई॰सी॰ कोटि की एक छात्रा का एक पैर बाघ के हमले के कारण कट गया था , कुमारी रिया का आर्टिफ़िशल पैर बनवाने में कामयाबी हासिल की है , जो कि एक बहुत बड़ा काम था जिसके कारण कुमारी रिया और उसके ग़रीब पिता बहुत ख़ुश है । 3- कोविड -19 की दूसरी लहर के दौरान घर घर खाना पहुँचाने के प्रयास के लिए ₹11,000/- का योगदान ग़ाज़ियाबाद की एक संस्था को प्रदान किया गया जो मजबूर बीमार लोगों को उनके घर खाना उपलब्ध कराने का काम करती थी ।यह राशी संस्था के कोष से अर्जित ब्याज स्वरूप प्राप्त हुई थी । 4- जिला देहरादून स्थित रायगी गाँव में भूस्खलन के कारण दीवार गिरने से एक मकान क्षतिग्रस्त हुआ जिसके मुखिया की मृत्यु हो गई थी फलस्वरूप उनकी धर्म पत्नी एवं दो बच्चों के लिए त्वरित रूप से ₹ 11000 /- की सहायता प्रदान की गई थी क्यूँकि उनका एक बेटा पड़ाई करता है । 5-₹15,000/- की राशी विकास नगर के एक विध्यार्थी को विद्यालय की फ़ीस के लिए उपलब्ध की गई है, क्यूँकि उनकी फ़ीस के अभाव में विध्यालय ने उनका रिज़ल्ट कार्ड कक्षा ११वीं का रोक रखा था , जिस कारण पूरी अदेय फ़ीस हेतु यह राशी प्प्रदान की गई है । ज्ञांत हो कि गत वर्ष हमने 51 छात्रों में कुल ₹2,79,000/- की राशी की सहायता प्रदान की थी जबकि इस वर्ष सेशन शुरू होने से पूर्व ही हमारे संगठन ने कुल ₹45,000/- हज़ार का योगदान समाज के ज़रूरतमंदो को किया है जो कि कुछ परिवारों को मिली सहायता किसी भी रूप में संजीवनी से कम नहीं है , अर्थात इसका पूर्ण श्रेय जेबीपी परिवार से सम्बंधित हर एक आदरणीय सदस्य को जाता है , आप सभी के द्वारा कीया जाने वाला यह अंशदान किसी मजबूर की ज़िन्दगी में कितना बड़ा परिवर्तन ला रहा है यह आने वाले समय की कोख का सवाल है लेकिन यह सत्य है कि किसी भी संघर्षशील परिवार के लिए यह किसी संजीवनी से कम भी नही है । मेरा अनुरोध है कि हम लोग जो भी सक्षम समाज से आते हैं यदि हम इस प्रकार के विषय पर समाज के संघर्ष कर रहे होनहार छात्रों और जीवन दायिनी ज़रूरतों हेतु अपना छोटा सा योगदान करें तो निरीह संघर्ष शील समाज के लिये तिनके का सहारा बन जायेगा। अतःसमस्त सक्षम लोगों से अपील की जाती है कि इस मिशन से जुड़े ताकि ज़रूरतमंद लोगों को इस मिशन के माध्यम से सहायता पहुँचाने हेतु धनराशि उपलब्ध हो सके, ज़्यादा नही बस लेश मात्र अंशदान से कई संघर्षशील होनहार छात्र सहायता पा रहे है । अन्त में समस्त लोगों से अनुरोध है कि आपके इर्द गिर्द अगर कोई भी अत्यधिक ग़रीब परिवारों के छात्र, जिनकी आय वार्षिक ₹72,000/- से अधिक ना हो और छात्र बोर्ड परीक्षा में 80% या अधिक अंक प्राप्त किये हो । या कोई ऐसा छात्र जो पढ़ना चाहता हो और उसके परिवार के कमाई करने वाले माता पिता की मृत्यु हो चुकी हो, इस प्रकार के छात्रों हेतु कोई भी शर्त मात्र पड़ाई के प्रति रुचि होना मात्र है । या कोई भी ग़रीब परिवार का दिव्यांग छात्र जिसकी बेहतर पड़ाई और इलाज के लिये हमारा संगठन पूर्ण प्रयास करता है । अर्थात, उपरोक्त सभी प्रकार के छात्रों को सहायता हेतु हमारे संगठन से पेज के माध्यम से मेसेज भेजकर हमसे अवश्य सम्पर्क करें ताकि ज़रूरत मंन्द लोगों की सहायता समय रहते हो।