महिला स्वास्थ्य कर्मियों का स्वास्थ्य महानिदेशालय पर धरना-प्रदर्शन
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विनोद धीमान
लक्सर : उत्तराखंड मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण महिला कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष गुड्डी मटूडा ने महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को 9 सूत्रीय मांग पत्र देकर शीघ्र मांगे पूरी करने की अपील की है। आपको बता दें कि पिछले काफी समय से महिला स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगो को लेकर संघर्ष कर रही हैं लेकिन अभी तक उतराखंड सरकार की ओर से उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। प्रांतीय अध्यक्षा गुड्डी मटूडा ने बताया कि उत्तराखंड में कार्यरत सभी महिला स्वास्थ्य कर्मचारी 21 अगस्त को 1 दिन का स्वास्थ्य महानिदेशालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करेंगी। इसके साथ ही वर्तमान महामारी कोरोना-19 टीकाकरण का विरोध किया जाएगा।
कर्मचारी संघ की मांगो मे 4 जनवरी 2017 से लागू महिला स्वास्थ्य कार्यकर्मी के तदनुसार एसीपी का लाभ देने, पदोन्नति में महिला कर्मी के जन स्वास्थ उपचारिका के पदों पर करने, वरिष्ठता के आधार पर पर्यवेक्षक की पदोन्नति, जिला कैडर समाप्त कर राज्य कैडर करने तथा आई पी एच एस मानक के तहत महिला स्वास्थ्य कर्मी एवं पर्यवेक्षक के पद बढ़ाने, रिक्त पड़े 700 पदों को शीघ्र भरने, समान कार्य समान वेतन के दृष्टिगत नई नियुक्ति के फलस्वरूप वेतनमान 5200/20200 ग्रेड पे 2000 के स्थान पर पूर्व की भांति 5200/20200 ग्रेड पे 2800 पर नियुक्त किया जाए,और कोरोना जैसी भयंकर महामारी के मध्य महिला स्वास्थ्य कर्मियों के काम करने की एवज में एक माह का अतिरिक्त वेतन दिया जाए।
मांगो को लेकर प्रांतीय अध्यक्षा गुड्डी मटूडा ने कहा कि महिला स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमण से जंग लड़ने के बाद अब कोरोना टीकाकरण में भी जी जान से जुटी हुई हैं। महिला कर्मचारी पिछले काफी समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्षशील हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग उनकी मांगों को लेकर नजरअंदाज करता आ रहा है। अब मजबूर होकर उन्हें धरना प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ रहा है। उनहोने कहा कि यदि कर्मचारियों की मांगें पूरी नही की गई तो धरना प्रदर्शन लंबा खिंच सकता है।