सहारनपुर के बरौली क्षेत्र मे मानको को ताक पर रखकर चल रहे अवैध प्राइवेट स्कूल
*सहारनपुर के बरौली क्षेत्र मे मानको को ताक पर रखकर चल रहे अवैध प्राइवेट स्कूल*
ज़ी हा आपको बता दे कि जनपद सहारनपुर के बरौली क्षेत्र के मदनपुरा गांव मे ग्रीन हैवन इंग्लिश एकेडमी स्कूल जो छात्रों के भविष्य के साथ कर रहा खिलवाड़ युड़ाईस पोर्टल पर छात्रों के पेन नम्बर नहीं हुए जारी जिसकी वजह से छात्रों को किसी अन्य स्कूल मे नहीं मिल पा रहा एडमिशन
ऐसे मे देखने वाली बात यह भी है ग्रीन हैवन इंग्लिश एकेडमी स्कूल मे छात्रों की संख्या 700 है लेकिन युड़ाईस रिपोर्ट मे लगभग 200 छात्रों का ही रिकॉर्ड उपलब्ध है अब जिस छात्र का रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है उसका भविष्य तो अन्धकार मे चला गया क्या होगा ऐसे छात्र का आखिर कौन है इसका जिम्मेदार शिक्षा विभाग या फिर ये अवैध प्राइवेट स्कूल ?
ग्रीन हैवन इंग्लिश एकेडमी मदनपुरा बरौली के पास राज्य सरकार द्वारा मान्यता तो केवल 1 से कक्षा 8 तक ही है और वो भी यूपी बोर्ड वाली मान्यता
लेकिन ग्रीन हैवन इंग्लिश एकेडमी कक्षाए चला रहा 1 से 10 तक वो भी CBSE बोर्ड दिखाकर
जहाँ कक्षा 9 व 10 के छात्रों से हमारे संवाददाता दिपक राणा द्वारा बात की गई छात्रों द्वारा अपना नाम अपनी कक्षा अपने स्कूल का नाम बताया गया जिसके साथ कक्षा 9 के क्लास टीचर विशाल कश्यप से भी कैमरे के सामने बात की गई क्लास टीचर द्वारा बताया गया की हर बार हमारे ग्रीन हैवन इंग्लिश एकेडमी की कक्षा 9 का रिजल्ट 90 % से ऊपर ही रहता है कक्षा 9 मे छात्रों की संख्या 60 है और कक्षा 10 मे भी 60 के लगभग ही संख्या है क्लास टीचर खुद बयां कर रहा है कक्षा 9 और 10 की स्थिति जिसपर ग्रीन हैवन इंग्लिश एकेडमी के प्रिंसिपल मनुज शर्मा से हमारे संवाददाता दिपक राणा द्वारा बात की गई जिसमे प्रिंसिपल ने अपने स्कूल मे पढ़ने वाले कक्षा 9 व कक्षा 10 के छात्रों से अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि इन छात्रों से हमारे स्कूल का कोई भी सम्बन्ध नहीं है
अगर स्कूल से कोई भी सम्बन्ध नहीं है तो ये कक्षा 9 व कक्षा 10 के लगभग 150 छात्र आखिर ग्रीन हैवन स्कूल मे क्या कर रहे है आखिर क्यों इस स्कूल के क्लास टीचर और प्रिंसिपल के अलग अलग बयान दिख रहे है *गोल माल है भाई सब गोल माल है* और अगर बात की जाए सुरक्षा की तो स्कूल की बसों मे फर्स्ट ऐड बॉक्स टूटे हुए है फायर सेफ्टी दूर तक स्कूल मे नजर नहीं आती फिर आखिर किसकी सह पर यह अवैध स्कूल चल रहा है
शिक्षा विभाग से इस बारे मे जानकारी लीं गई तो शिक्षा विभाग अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर आया
आखिर क्यों हो रहा ग्रामीण क्षेत्र मे बच्चो के भविष्य से खिलवाड़ कोई भी इस तरह के अवैध स्कूल के खिलाफ कार्यवाही करने को क्यों नहीं है तैयार ये एक बड़ा सवाल है