हरिद्वार का दक्षिणेश्वरी काली माता मंदिर : श्रद्धा का अपार केंद्र
शिप्रा अग्रवाल/नीरज अग्रवाल
हरिद्वार। धर्मनगरी में स्थित दक्षिणेश्वरी काली माता मंदिर कोलकाता के प्रसिद्ध दक्षिणेश्वर काली मंदिर जितना ही पवित्र और शक्तिशाली माना जाता है। यह मंदिर न केवल उत्तराखंड के श्रद्धालुओं का केंद्र है, बल्कि देशभर से भक्त यहां अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आते हैं।
मंदिर का महत्व
दक्षिणेश्वरी काली माता मंदिर शक्ति और भक्ति का प्रतीक है। ऐसा विश्वास है कि यहां सच्चे मन से की गई प्रार्थना कभी खाली नहीं जाती। मंदिर के पुजारी बताते हैं कि माता का आशीर्वाद हर भक्त को मिलता है और उनकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। यह मंदिर अपने अद्वितीय वास्तुशिल्प और आध्यात्मिक वातावरण के लिए भी प्रसिद्ध है।
भंडारे की परंपरा
आज का भंडारा का आयोजन अरविंद अग्रवाल एवं अमिता अग्रवाल के द्वारा किया गया।
यहां एक विशेष परंपरा है कि जिन भक्तों की मनोकामना पूरी होती है, वे माता के चरणों में भंडारे का आयोजन करते हैं। हाल ही में हुए एक विशाल भंडारे में हज़ारों श्रद्धालु शामिल हुए। इस अवसर पर माता के भजन, आरती और विशेष पूजा का आयोजन किया गया। भक्तों को प्रसाद के रूप में भोजन वितरित किया गया। भंडारे में माता के जयकारों की गूंज से वातावरण पूर्ण रूप से भक्तिमय हो गया।
श्रद्धालुओं की आस्था
आयोजक अरविंद अग्रवाल का कहना था की पौराणिक समय से चली आ रही परंपराएं और सिद्ध पीठ मंदिर है दक्षिणेश्वरी काली माता का मंदिर सभी भक्तजन विश्व से याद कर यहां पर माता देखते हैं और माता रानी का आशीर्वाद लेते हैं वहां उपस्थित
भक्तों का कहना था माता की कृपा से मेरी मनोकामना पूरी हुई। इसलिए मैंने इस भंडारे का आयोजन किया। यह मेरी श्रद्धा और आभार प्रकट करने का तरीका है।"
मंदिर के प्रति श्रद्धा का विस्तार
आज हवन पूजन और भोग प्रसाद में विशिष्ट अतिथि मदन कौशिक जी का कहना था कि हमें सनातन धर्म को बढ़ावा देना चाहिए वहीं प्रदीप चौधरी जी का कहना था किसी भी कार्य क्षेत्र में जीत हासिल करने के लिए हमें अपनी अर्जी अपने भगवान को लगानी चाहिए और अर्जी पूरी होने पर प्रभु का धन्यवाद भी कहना चाहिए
हरिद्वार के इस मंदिर कोलकाता के दक्षिणेश्वर मंदिर के समान महत्व दिया जाता है। दोनों ही स्थानों पर माता की शक्ति और कृपा का विशेष अनुभव होता है। हरिद्वार का यह मंदिर उन भक्तों के लिए खास है, जो गंगा नदी के किनारे अपनी आस्था को मजबूत करने आते हैं।
आगामी आयोजन
मंदिर समिति ने बताया कि भक्तों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। आने वाले महीनों में कई और भव्य कार्यक्रम और भंडारों का आयोजन होगा, जिनमें माता के भक्तों को सेवा और भक्ति का अवसर मिलेगा।
दक्षिणेश्वरी काली माता का यह मंदिर न केवल हरिद्वार बल्कि पूरे देश के लिए आस्था और शक्ति का एक केंद्र बन चुका है। श्रद्धालु यहां आकर अपनी परेशानियों का समाधान और मन को शांति पाते हैं।