बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर डॉ भीमराव अंबेडकर भवन बीएचईएल रानीपुर में मनाया गया बुद्ध जयंती समारोह
रंजीत गौतम
हरिद्वार : 16 मई 2022 को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भवन बीएचएल रानीपुर हरिद्वार में बुद्ध जयंती मनाने का आयोजन किया गया जिसमें बुजुर्ग युवा एवं बच्चों ने काफी चरण बढ़कर भाग लिया बौद्ध आचार्य करम सिंह जी ने बौद्ध धर्म के नीति व्यवस्था के बारे में प्रकाश डाला प्रत्येक शब्द का अर्थ बताया गया जिसमें बौद्ध आचार्य जी ने कहा कि भगवान बुद्ध पीपल के पेड़ के नीचे अपनी तपस्या किया करते थे क्योंकि पीपल का पेड़ बहुत ही महत्वपूर्ण होता है पीपल का पेड़ दिन एवं रात को ऑक्सीजन प्रत्येक जीव एवं मनुष्य के लिए आवश्यक होती है जो कि पीपल के पेड़ में ऑक्सीजन देने का एक महत्वपूर्ण योगदान है भगवान बुद्ध सभी धर्मों के सर्वोपरि माना जाता है जो विश्व में विकसित देश है उनमें बुद्ध धर्म अपनाया जाता है बौद्ध धर्म में मानवता एवं धार्मिक आधारभूत विश्वास रहता है डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने 1956 में नागपुर में कई लाख जनसमूह के साथ बौद्धिक बौद्ध भिक्षा ग्रहण की बुद्ध धर्म ग्रहण करने वालों के अंदर जाति भेदभाव नहीं होता है सभी को एक समान सम्मान दिया जाता है इसीलिए वर्ल्ड के सभी देश जो बुद्ध धर्म को मानते हैं वह विकसित देशों में गणना की जाती है अंबेडकर भवन में बुद्ध जयंती में प्रवन के पश्चात वहां पर आए हुए सभी बुद्धिजीवी जनो को प्रसाद भोग का आयोजन किया गया
जिसमें मुख्य रुप से उपस्थित रहे बौद्ध आचार्य कर्म सिहं जी भंते सील सागर जी अशोक कटारिया मनजीत सिंह प्रवीण कुमार बौद्ध अरुण कुमार बौद्ध अरुण कुमार जी अमरजीत सिंह प्रेमचंद शिमला अजय कुमार जी डॉक्टर पवन कुमार प्रोफेसर देवेंद्र सिंह मोकम सिंह बृजेश कुमार कुलदीप सिंह रविकांत बंधु राजेश कुमार. प्रीति भास्कर शर्मिष्ठा देवी सत्येंद्र सिंह कमल सिंह सरवन कुमार किरण पाल गीता देवी धर्मेंद्र कुमार रामधन सिंह योगेंद्र सिंह पवन कुमार नाथीराम जितेंद्र प्रसाद दीपक रावत सुनील कुमार मेहर सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे