गंगाजल में शिविर का पानी डाल कर हिंदुओं की भावनाओं को किया जा रहा है आहत
प्रशासन की लापरवाही के बाद ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया 7 दिन का समय
पीयूष चौहान
हरिद्वार: सीवर के पानी के द्वारा गंगा जल को दूषित होते देख ग्रामीणों की भावनाओं को पहुंची ठेस जिसके चलते सभी ग्रामीण इकट्ठा होकर सीवर का पानी रोकने के लिए पहुंचे।
दरअसल सनातन धर्म में गंगा नदी को मां का दर्जा दिया गया है, इसलिए भक्त अपने घर को पवित्र रखने के लिए गंगाजल अपने घर में रखते हैं। गंगा का जल मोक्ष प्रदान करने वाला है और पूजा.अर्चना, शुद्धिकरण, अभिषेक और कई धार्मिक अनुष्ठानों में इसका प्रयोग किया जाता है। बिना गंगाजल के कोई धार्मिक अनुष्ठान पवित्र नहीं माना जाता है। जिसके चलते सीवर का पानी रजवाहे में डालकर हिन्दु भावनाओ को आहत करने का प्रयास किया जा रहा है। मामला बहादराबाद थाना क्षेत्र के रघुनाथ मॉल का है जहां पर रघुनाथ मॉल से सीवर का पानी रजवाहे है में डाला जा रहा है जिससे हिन्दुओ की आस्था के साथ खिलवाड़ होता देख शुक्रवार को ग्रामीण सीवर के पानी को बंद कराने के लिए रघुनाथ मॉल पहुँचे। बहादराबाद श्मशान घाट के
पास बने रजवाहे में रधुनाथ मॉल से सीवर का पानी डालने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने रघुनाथ मॉल पहुँचकर सीवर का पानी बन्द कराने को लेकर हंगामा किया। पिछले काफी समय से
रघुनाथ मॉल से निकलने वाले सीवर के पानी को बहादरबाद श्मशान घाट के रजवाहे में डाला जा रहा है। श्मशान घाट में अंतिम संस्कार में भी उसी रजवाहे का जल उपयोग में लाया जाता है क्योकि हिन्दू धर्म मे 16 संस्कारो में 16 वॉ संस्कार ही
अंतिम संस्कार होता है। और बहते जल की हिंदु धर्म मे गंगा जल के रूप में मान्यता है । इसलिए बहते जल को अंतिम संस्कार के समय उपयोग में लाया जाता है। क्योंकि यह कुंभनगरी हरिद्वार का क्षेत्र है। वही आस पास के गांव के ग्रामीण ने शुक्रवार को मॉल के प्रांगण में पहुँचकर रजवाहे में गिर रहे सीवर के पानी को बंद कराने की मांग की ओर सात दिन का समय देते हुए चेतावनी दी कि अगर सात दिन में सीवर के पानी को बंद नही किया गया तो एक बड़ा जन आंदोलन किया
जाएगा। संबंधित अधिकारियों से ज्ञात हुआ कि पूर्व में भी रघुनाथ मॉल को इसी प्रकार के प्रकरण में नोटिस जारी हो चुका है तथा इस बार यदि इस प्रकार की कोई घटना सामने आती है तो उसके लिए उचित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से सांप्रदायिक माहौल को क्षति पहुंचाने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों का कहना है कि कुछ ही समय पश्चात कावड़ यात्रा प्रारंभ होने जा रही है तथा इसी रास्ते से होकर सैकड़ों कावड़िये गुजरते है और इसी रजवाहे में अपना और अपने बच्चों का नहाना और खाने के बर्तनों का धुलना आदि करते है यदि इस प्रकार सीवर का पानी इसमें चलता रहा तो आने वाले समय में कावड़ियों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। जिसको लेकर ग्रामीणों में बहुत आक्रोश है। इस घटना के दौरान पहुंचे ग्रामीणों में पंकज मणि शर्मा, रोहित चौहान(बन्टू ), संजय चौहान,महेश चौहान, कृष्ण कुमार लल्ला, , दिनेश चौहान, लोकेश चौहान विपिन चौहान , अरुण चौहान, निशांत चौहान, मोहित चौहान, अजय चौहान, अविनाश चौहान, विभांशु चौहान, रोहित चौहान, रितु कुमार, निखिल चौहान, अवि चौहान, मुकुल चौहान, हर्षित चौहान आदि मौजूद रहें।